चीटीं के पर निकलना

चीटीं के पर निकलना
ये कहावत आज की
युवापीढ़ी पर छाई
अभी बालिग हुऐ नहीं की
उड़े बहुत है ये भाई...
नाक मे नकेल बांधने जाओ तो
अपनी ही शामत जैसे आई।।
चीटीं के पर निकलना कहावत
कहो अब समझ मे आई।।


बड़े नेता संग घूमे गाड़ी मे
कोई छोटे पद का अधिकारी
तो भी उसके मूंछों मे तांव आई
रुतबा ऐसा दिखाने लगे सभी को
जैसे दुनिया उसी की मुट्ठी मे समाई..
चीटीं के पर निकले कहावत
बताओ अब समझ मे आई।।

वीना आडवानी
नागपुर, महाराष्ट्र