नितिन ने साबित कर दिखाया प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती


सहारनपुर। डीआईजी कार्यालय में कांस्टेबल के पद पर तैनात रहे नितिन ने सबसे पहले उस समय डीआइजी के द्वारा आम लोगों की मदद के लिए चलाये गए एक व्हाट्सएप नंबर 9720441212 पर रेंज के तीनों जिलों की आने वाली शिकायत को फ़ॉलो करने का काम किया जिसमें शिकायतकार्ताओं की लिस्ट बनायी फिर सम्बंधित थाने में उसकी सूचना देकर उसको फॉलो किया जाता था जिससे कि जल्द से जल्द शिकायतकर्ता की शिकायत दूर हो सके जिसमे नितिन की मेहनत रंग लाई और लोगों की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही होने लगी।
कुछ समय बाद नितिन ने एक वॉइस टाइपिंग का ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया जिससे पुलिसकर्मियों को बड़ी बड़ी फाइलों को लिखने में आसानी होगी जिसकी बाकायदा नितिन ने कई जिलों में जाकर ट्रेनिंग भी दी थी अभी हाल ही में लखनऊ टेक्निकल डिपार्टमेंट को कंप्यूटर द्वारा वॉइस टाइपिंग की ट्रेनिंग दी थी जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।नितिन को सर्विलांस और साइबर का विशेष ज्ञान भी है जिससे उन्होंने कई क्राइम से सम्बंधित घटनाओं में विभाग की मदद की है।
आजकल नितिन मेरठ मीडिया सेल में तैनात हैं जहाँ नितिन ने फिर एक ऐसी तकनीकी खोज निकाली है जिसको नितिन ने कोरोना महामारी को देखते हुए बनाया है।नितिन ने एक ऐसी सेनिटाइजर मशीन बनाया है जो बाजार के मूल्य से कम मूल्य में बनाया जा सकता है और खास बात यह है कि यह मशीन बिजली के चले जाने के बाद भी बैटरी बैकअप से भी संचालित हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के (लोकल फ़ॉर वोकल) भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने तथा मेड इन इंडिया स्कीम से प्रेरित होकर सिपाही नितिन कुमार ने मात्र पांच हजार रुपये की लागत से सैनेटाइजेशन पोर्टल तैयार किया है जो पूरे तरीके से स्वदेशी है।इसमें लगी डिवाइस में पाइप को बढ़ाकर मशीन की तरह कुछ भी सैनीटाइज कर सकते हैं,यह पोर्टल पूर्ण रूप से फोल्डेबल भी है ताकि आसानी से इसे फोल्ड कर एक से दूसरे जगह पर ले जाया जा सके।इतना ही नही नितिन ने इस पोर्टल में इस्तेमाल होने वाले सेनिटाइजर टैंक पर एक उपकरण लगाया गया है जो लिक्विड के लेवल बताता रहेगा ताकि खाली होने से पहले उसे भरा जा सके।इसको ऑटोमैटिक तरीक़े से चलाने व बन्द करने के लिए भी सेंसर का इस्तेमाल किया गया है साथ ही इस पर एक ऐसी लाईट भी लगाई गई है जो रात होते ही खुद जल जाती है और दिन के निकलते ही खुद बन्द भी हो जाती है।इस मशीन को नितिन कुमार द्वारा पूरे तरीके से पोर्टेबल बनाया गया है।
अभी हाल फिलहाल नितिन द्वारा बनाये गयी इस मशीन को कैम्प कार्यालय के बाहर लगाया गया है ताकि यहां आने वाले सभी लोगों व कर्मचारियों को सेनिटाइज किया जा सके।मेरठ एसएसपी अजय साहनी ने सिपाही नितिन कुमार द्वारा बनाये गए इस सेनिटाइजर मशीन की तारीफ की है साथ ही नितिन को इस कारगर तकनीकी खोज के लिए पुरुस्कृत करने  की भी घोषणा की है।