लालगंज, प्रतापगढ़। संत निवास परसन पाण्डेय का पुरवा सेनानी ग्राम देवली में चल रही श्रीमदभागवत कथा में कथाश्रवण को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मुख्य आयोजक धर्माचार्य ओमप्रकाश पाण्डेय अनिरूद्ध रामानुजदास एवं निर्मला पाण्डेय के द्वारा श्रीमदभागवत कथा से पूर्व कथाव्यास इन्दिरारमणाचार्य का सारस्वत सम्मान किया गया। कथाव्यास स्वामी इन्दिरारमणाचार्य महराज ने कथा प्रसंग में बताया कि कलियुग में धर्म की उपासना ही कष्ट से मुक्ति का एक मात्र साधन है। कथाव्यास ने कहा कि सत्संग से मनुष्य अपने जीवन को संवार सकता है। कथाव्यास ने कथा प्रसंग में सृष्टि की उत्पत्ति वराहवतार व रामावतार, श्रीकृष्णवतार सहित भगवान विष्णु के अलग अलग चौबीस अवतारों से जुड़ी कथाओं का वर्णन किया। उन्होनें कहा कि प्रभु की भक्ति ही एक ऐसा साधन है जो जीवन में सभी परेशानियों का समाधान कर देता है। इसके साथ ही भक्ति ही जीवन के बाद मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस मौके पर विजयशंकर पाण्डेय, रामसजीवन वर्मा, दिलीप शुक्ल, उपेन्द्र पाण्डेय, गोविन्द पाण्डेय, रवीन्द्र तिवारी, जयप्रकाश आदि मौजूद रहे।
कलियुग में धर्म की उपासना कष्टों से मुक्ति का सुगम साधन-स्वामी इन्दिरारमणाचार्य