भारत ने विश्व कप 2023 के फाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है और अब तक अजेय रही है। उसने इस विश्व कप में अब तक अपने सभी 10 मैच जीते हैं। भारत की यह कामयाबी पाकिस्तान को रास नहीं आ रही है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स लगातार गलत बयानबाजी कर रहे हैं और बेतुके आरोप लगा रहे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर हसन रजा के गेंद बदलने और पिच बदलने के आरोप के बाद पाकिस्तान के ही सिकंदर बख्त ने रोहित शर्मा के टॉस करने के तरीके पर सवाल उठाए थे। इसके लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। अब पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर वसीम अकरम ने एक बार से इन बयानबाजी की आलोचना की है और सिकंदर बख्त पर निशाना साधा। इससे पहले उन्होंने गेंद बदलने के विवाद पर भी निशाना साधा था।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सिकंदर बख्त ने भारत के खिलाफ मैच के दौरान सिक्का उछालने को लेकर एक अजीबोगरीब दावा करके नया विवाद खड़ा कर दिया है। एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर क्रिकेट पंडित के रूप में बैठे सिकंदर बख्त ने सुझाव दिया कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा टॉस जीतने के लिए जानबूझकर सिक्का दूर फेंक रहे हैं।
सिकंदर ने कहा- शरारत कर सकता हूं! मैं एक सवाल कर रहा हूं अगर हम दिखा सकें टॉस के वक्त का वीडियो। रोहित शर्मा जब टॉस करते हैं तो सिक्के को दूर फेंकते हैं और दूसरा कप्तान जाकर कभी नहीं देखता कि उसने सही कॉल किया या नहीं। सिक्का किस तरफ गिरा है या किसके पक्ष में है?
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने विवाद को खत्म करते हुए सिकंदर के इस शर्मनाक दावे के लिए बख्त की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'कौन तय करता है कि सिक्का कहां गिरना चाहिए? मैट सिर्फ स्पॉन्सिरशिप के लिए है! मुझे ऐसे बयान सुनकर शर्मिंदगी महसूस होती है। मैं तो अब इस पर... मैं इस पर टिप्पणी भी नहीं करना चाहता।'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोइन खान और शोएब मलिक ने भी अकरम की बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'सिकंदर गलत हैं, बस हंगामा मचा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मोइन ने कहा, 'हर कप्तान का सिक्का उछालने का तरीका अलग होता है। वहीं, निराश शोएब मलिक ने कहा, 'इस पर चर्चा भी नहीं होनी चाहिए।'
सबसे बड़ी बात उस न्यूज चैनल ने इस बेबुनियाद आरोप को साबित करने के लिए एक पूरा पैकेज तैयार किया, जिसमें रोहित के विश्व कप में हर टॉस के वीडियो को दिखाया गया है। पाकिस्तान के ये क्रिकेट पंडित शायद भूल गए कि वह यह आरोप लगाकर मैच रेफरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
पाकिस्तान की हालत 'खिसायानी बिल्ला खंभा नोचे' जैसी हो रखी है। टॉस के वक्त वहां न सिर्फ मैच रेफरी बल्कि क्वाइन रिप्रेजेंटेटिव भी मौजूद रहता है। साथ ही कमेंटेटर भी होता है। यह जरूरी नहीं कि कमेंटेटर भारत का हो, पाकिस्तान के रमीज राजा और वकार यूनुस भी मौजूद थे। वहीं, अन्य देशों के कमेंटेटर भी इस टूर्नामेंट में आए हैं। सबसे शर्मनाक बात तो यहा है कि सिकंदर ने इसका वीडियो खुद ही शेयर किया है।
विश्व कप शुरू होने के बाद से पाकिस्तान के क्रिकेट दिग्गजों द्वारा कई ऐसे दावे किए गए जो कि बेतुके और बेबुनियाद थे। हसन रजा ने कहा था कि आईसीसी और बीसीसीआई दूसरी टीमों को अलग गेंद और भारतीय गेंदबाजों को अलग गेंद दे रही है जिससे उन्हें सीम और स्विंग मिल रही है। इस पर वसीम ने हसन को जवाब देते हुए गेंद चयन की पूरी प्रक्रिया समझाई थी और कहा था कि खुद की तो बेइज्जती करवा रहे हो, हमारी तो न करवाओ। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर यहां तक आरोप लगाया गया था कि उसने अंतिम समय में वानखेड़े की पिच को बदलकर खेल को भारत के पक्ष में झुका दिया।
हालांकि, बाद में आईसीसी ने इसपर स्पष्टता जाहिर की थी कि सेमीफाइनल में पिच नई होनी चाहिए थे और इसी वजह से पिच पर से घास को हटाया गया था ताकि दोनों पारी को बराबर मदद मिले।
ऐसा ही हुआ भी दोनों पारियों में बल्लेबाजों को बराबर मदद मिली और 700 से ज्यादा रन बने। बाद में माइकल वॉन समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इस फैसले को सही करार दिया था। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी इस खबर का खंडन किया।
उन्होंने कहा, 'जो लोग पिच में बदलाव की बात कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे चुप हो जाएंगे और भारत पर निशाना साधना बंद कर देंगे। पिच में बदलाव के बारे में बात करना बंद करो। यह दोनों टीमों के लिए था। गावस्कर ने कहा- अब तक दूसरा सेमीफाइनल नहीं खेला गया और कुछ लोग अहमदाबाद की पिच बदलने की बात कर रहे हैं।