रहने दो अब मुझे अकेला
एक नया गीत गुनगुनाने दो।
छोड़ आई पीछे अपनी दुनिया
अब नए ख़्वाब सजाने दो।
इश्क़ मुहब्बत में क्यों बर्बाद होना
ऊंचे ध्येय में समय लगाने दो।
इस दुनिया में है केवल गम
खुशियों का फ़रमान जताने दो।
बेकार की बातों में न उलझ
बिगड़े काम अब सुलझाने दो।
नहीं होता कोई किसीका का
"सुमन" मुझे अपना किरदार निभाने दो।
सुमंगला सुमन
मुंबई, महाराष्ट्र