लेन - देन करने से पहले देख लीजिए, कहीं आपका कोई नीतिन माथनकर की तरह वीडियो तो नहीं बना रहा है

चुनावी मौसम में पत्रकारो को दी जा रही है सलाह , पेड़ के नीचे , पुलिया के ऊपर झाडिय़ो में करे लेन - देन

बैतूल : बैतूल जिले में पत्रकारो का लेन - देन करते कई स्ट्रींग आपरेशन हो चुके है। ऐसे में बार - बार एक साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रकाशक एवं संपादक को जिस तरह से लेन - देन के मामले में फसाया गया था वही कांड एक बार फिर चुनावी मौसम में दोहराया जा सकता है। इस समय जिला मुख्यालय के मीडिया सेंटर से लेकर चौक - चौराहो पर चर्चा का बाजार गर्म रहा। बाहर से आए एक परिजन ने अपने परिजन के लिए मीडिया से जुड़े लोगो की क्लास ली।

 पत्रकारो की क्लास में उनके बैतूल आने वाले समाचार पत्र की प्रसार संख्या के हिसाब से उनकी तथाकथित कीमत आंकी गई। बड़े घराने के समाचार पत्रो के भोपाल, नागपुर, इन्दौर, भोपाल एवं दिल्ली जैसे महानगरो से आकर मुंह फाडऩे वाले टीवी चैनलो मार्केटिंग हेड से लेकर रिर्पोटर तक को मुंह मांगा पैकेज शर्तो पर दिया गया। शर्तो के बारे में सूत्रो का कहना था कि मीडिया हाऊस की ओर से कहा गया कि हमारी नेगेटीव खबरे एवं विरोधी की पाजेटिव खबरो को रोकना होगा। 

इधर स्थानीय रिर्पोटरो को खर्चे पूर्ति खुराक देने का काम किया गया। खबर कहां तक सही है यह तो मीडिया हाऊस से जुड़े कर्मचारी एवं पेडवर्कर ही अच्छे से बता सकते है लेकिन खबर सोलह आने सच है कि इस बार 11 सौ एक रूपये हरगीज नहीं मिलने वाले है...? जिला मुख्यालय पर जिले के वरिष्ठ पत्रकार मुश्ताक हुसैन रिजवी की माने तो एक दिन में लगभग 3 लाख रूपये का नगदी वितरण किया गया।

 इधर जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अपनी पहली पत्रकार वार्ता में कहा था कि पुलिस और प्रशासन की नजर लेन - देन पर रहेगी लेकिन बैतूल जिला मुख्यालय के मीडिया हाऊस में लगभग तीन घंटे तक लेन - देन होता रहा। कल किसी पत्रकार के साथ लेन - देन को लेकर कोई अप्रिय घटना न घट जाए इसलिए बैतूल मीडिया सेंटर की ओर से पत्रकारो को सलाह दी गई है कि किसी भी प्रत्याशी या बिचौलिए के बुलावे पर घर या कार्यालय या किसी होटल में बैठ कर किसी भी प्रकार का लेन - देन न करे हो सकता है कि कैमरे की तीसरी आंख आपकी हरकतो को कैद कर रही हो...? 

मीडिया सेंटर बैतूल की ओर से जिला मुख्यालय एवं ग्रामिण अचंलो के पत्रकारो को सलाह दी गई है कि ऐसा कोई अनाधिकृत लेन - देन न करे जो बाद में परेशानी का सबक बने। आज पूरे दिन बैतूल मीडिया सेंटर में मीडिया हाऊस के लेन - देन को लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म रहा। हर कोई एक दुसरे से पुछता रहा के उसे बुलावा आया...? उसे चढ़ावा आया...? पत्रकारो के बीच हास्य परिहास्य के बीच जिला मुख्यालय के वरिष्ठ अनुभवी पत्रकार आनंद सोनी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पांच साल में एक बार चुनाव लडऩे वाला पत्रकारो के आगे - पीछे मंडराता है...? 

विधायक बनने के बाद वह पांच साल तक फटे पत्ते की तरह पुछता तक नहीं है। ऐसे में लेन - देन में परहेज कैसी ...? पंच वर्षिय चुनावी काल में लेन - देन करे लेकिन सावधानी पूर्वक करे। लेन - देन पेड़ के नीचे या पुलिया के ऊपर , हरी भरी झाडिय़ो/ झुरमुट में करे। ऐसा करने से लेन - देन का कोई वीडियो बना कर वायरल नहीं कर सकता है।