कबसे लगाए बैठी हु आस
ना आये मुझे कुछ भी रास
ये दिन आएंगे कुछ खास
आगमन होगा श्री गणेश
हात में लेकर पूजा थाली
रंगोंलीं बनाऊ रंगों वाली
उड़े ग़ुलाल बजे ढ़ोल नगाडे
स्वागत करू गजानन तुम्हारे
मोतीचूर लड्डू बनाकर रखु
लाल फुल कही से ढूंढ़ लाउ
तयारी में कबसे लग जाऊ
आएंगे बाप्पा तो में खुश हु
सुबह शाम आरती सब आये
श्रद्धा भक्ती से पूजा करें
गणेशोउत्सव आगे आये
मिल जुलकर सब बाप्पा कि
सेवा करें
कु, कविता चव्हाण, जलगांव, महाराष्ट्र