मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की
सहारनपुर। पूर्व एम.एल.सी. हाजी इकबाल की सम्पत्तियों के खुर्दबुर्द करने का एक और मामला सामने आया है। जेल में बंद हाजी इकबाल के पुत्र वाजिद के अधिवक्ता ने इस बार गौशाला से जानवर चोरी कर कसाइयों को सौपने और कई बागों से पेंड़ काटने का आरोप थाना मिर्जापुर में तैनात रहे एक दरोगा दीपक और कुछ अन्य लोगों पर लगाया है। मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग किया है।
अधिवक्ता धनन्जय शुक्ला ने मुख्यमंत्री,मंडलायुक्त और जिलाधिकारी सहारनपुर समेत 15 अधिकारियों को चार पेज का पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि प्रार्थी की कंपनी द्वारा एक गौशाला ग्राम मायापुर रूपपुर में स्थापित की थी जिसमें गायों के दूध की फैक्ट्री भी स्थापित की गई थी जिसमें अच्छे तरीके से काम चल रहा था। परंतु पिछले डेढ़ साल से प्रार्थी के परिवार के ऊपर जनपद सहारनपुर के थाना मिर्जापुर में फर्जी मुकदमे लगाकर मोहम्मद वाजिद मोहम्मद जावेद, अफजल, आलीशान महमूद अली को जेल में डाल रखा है।
यह पूरा चक्रव्यूह हसन हुसैन, शाहनवाज, हिदायत पुत्र मोहम्मद आरिफ ने एसओ मिर्जापुर व दीपक एसओजी इंचार्ज और अन्य अधिकारियों से मिलकर रचा और प्रार्थीगण की जमीनों पर कब्जा किया जिसकी जांच चल रही है। इसके अलावा गोशाला की सारी गाय और इक्विपमेंट चुराकर कहीं बेच दिए हैं। इसके साथ-साथ प्रार्थी गण का एक बगीचा मोरिया फॉर्म के नाम से ग्राम फतेहपुर में है जिसका चारों तरफ का हास्य था जिसको हसन उसके साथी दीपक दरोगा ने एसओ मिर्जापुर और हसन पुत्र मोहम्मद आरिफ हुसैन, हिदायत, शाहनवाज पुत्र मोहम्मद आरिफ निवासी मिर्जापुर पोल के साथ मिलकर काट दिया और बेच दिया।
एक बाग एहसान फॉर्म के नाम से फतेहपुर में उसका भी यूकेलिप्टस का हास्य बहुत बड़ा था उसको बेच दिया। ग्राम अली अकबरपुर में बागों की कीमती लकड़ी, शेरपुर पेलो, शाहपुर गाड़ा से बड़े पैमाने पर लगभग 50 ट्रॉली लकड़ी की काटकर इन्हीं लोगों ने बेच दी है।
इस पूरे प्रकरण में लगभग 15 करोड़ रुपए की लकड़ियों की चोरी की गई हैं और जिनके प्रमाण के रूप में मौके पर पेड़ों के नीचे का हिस्सा मौजूद हैं। गौशाला की 50 गाय और 10 भैंस को कसाइयों में बेचकर कटवा दिया गया। इस पूरे प्रकरण की जांच सहारनपुर को छोड़कर किसी अन्य उच्च कमेटी से जांच करा कर दोषियों को दंडित किया जाय।