कवि मन जैसी हुई कल्पना वैसा रूप दिखाया
सुंदर सुकुमार सुकोमल को चंद्रबदन बतलाया
वेद पुराण भागवत ग्रंथ में राधा का उल्लेख नहीं
उस अशरीरी को राधा कह पत्नी कृष्ण बताया
कोई कहे प्रेमिका आराध्या कोई मामी बतलाया
लीलाधारी बने कृष्ण चोर और छलिया कहलाया
धूर्त निपट अज्ञानी ज्ञानीने मनगढ़ंत आरोप लगाए
अवतारी भगवान कृष्ण को कामी पुरुष बताया
ऋषि पुत्र भारत भूमि का एक नारि व्रत धारी
उसी भूमि अवतरित कृष्ण विष्णु रूप अवतारी
देवी रुक्मणी से ब्याह रचा बने नारि व्रत धारी
बृजवासन के बीच कन्हैया मुरलीधर गिरधारी
दिव्य ज्योति रूप की आभा पृथ्वी पर प्रस्फुटित हो रही
हरियाली सृष्टि पर फैली दूध दही भर नदीं बह रहीं
मर्यादा में सभी जी रहे पापियों मुक्त वसुंधरा हो रही
उसी कृष्ण को चोर बताने विद्वत टोली षड्यंत्र रच रही
गज औ ग्राहकी भई लड़ाई आ दोनोंका उद्धार किया
लाज बचा द्रौपदी रानी की ,कौरव वंश संहार किया
इंद्रदेव ने जब बृज ऊपर जल जला का कोप किया
बृजवासन के रक्षक बन गोवर्धन धारण कृष्ण किया
पापी कामी अत्याचारों से मुक्ति हेतु अवतार लिया
ऐसे प्रभु जग के स्वामी को छलिया चोर बना दिया
आज सनातन जिंदाहै यह परम शक्ति उपकार किया
विश्व गुरु बनने भारत को कलयुग में वरदान दिया
बच्चू लाल परमानंद दीक्षित
ग्वालियर - 8349160755