जो टूटेगा बरबाद बनेगा।

जो जूझेगा आबाद बनेगा

जो टूटेगा बरबाद बनेगा।


तुमको जो प्यारा लगता है 

आगे चल कर याद बनेगा ।


पड़ा पड़ा तूं मत सोचा कर

मेहनत कर आबाद बनेगा ।


जिसको तुमने बेजल माना 

मौके पर बरसात बनेगा ।


प्यार तो हो पर पैसे ना हों 

ताजमहल क्या ख़ाक बनेगा ?


बनते बनते जो बिगड़ा है 

वो सपना इतिहास बनेगा ।


नीरस जीवन ही प्यारे कल

तेरा मधुरिम स्वाद बनेगा।


 पतझड़ का त्रण त्रन 

गल गल के खाद बनेगा।


कांटे लेकर उपजा पौधा

वो गुलाब का सुमन बनेगा।


सुमंगला सुमन

मुंबई, महाराष्ट्र