दो टूक August 26, 2023 • दैहिक स्वतंत्रता न्यूज़ नेटवर्क सुख क्षण भंगुर इत्र है, है तो करिए दान। दुःख स्थायी मित्र है, केवल एक निदान। ज़ब्त कर लीजे हँस के। धीरु भाई