अकबरपुर कानपुर देहात। ब्लॉक क्षेत्र में अपने उद्गम स्थल पर मृतप्राय दिख रही यमुना की सहायक नदी को पुनर्जीवित करने में सांसद और जिला प्रशासन सक्रिय है। दक्षिणी नोन नदी के उद्गम क्षेत्र गांव नरीहा और रहनियांपुर के लोगों में प्रसन्नता दिख रही है। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने इस योजना को गति देकर इस क्षेत्र के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
अमृत महोत्सव के समापन बेला पर स्वतंत्रता दिवस के पूर्व सोमवार ग्राम रहनियांपुर में दक्षिणी नोन नदी उद्गम स्थल पर पूजन और हरिशंकरी वृक्ष का रोपण किया गया। इस मौके पर डीएम नेहा जैन, डीएफओ ए के द्विवेदी आदि मौजूद रहे। विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें नून नदी के उद्गम स्थल पर मा0 सांसद व जिलाधिकारी द्वारा हरिशंकरी को रोपित कर पूजा अर्चना की गयी। इस मौके पर सांसद देवेन्द्र सिंह ने संकल्प दोहराते हुए कहा कि दक्षिणी नोन नदी को उसके पुराने स्वरूप में वापस लाकर हम एक मिसाल प्रदेश के सम्मुख रख सकते है।
वहीं मौजूद बीजेपी मंडल अध्यक्ष शिव विलास मिश्र ने कहा कि इस कार्य में अधिकारी, कार्यदायी संस्था के साथ-साथ जनसमुदाय का भी सहयोग विशेष रूप से अपेक्षित है। जिलाधिकारी नेहा जैन ने कहा कि नदियों को पुर्नजीवित करने पर सरकार का भी विशेष जोर है। इसी उद्देश्य को सफलीभूत बनाने के लिए विलुप्त इस नदी के पुनरूद्धार का कार्य प्राथमिकता के तौर पर लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अनियंत्रित शहरीकरण ने हमारे प्राकृतिक संसाधनों (नदी, झील) आदि को गहरी क्षति पहुंचायी है।
आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की पर्याय नदी, झील व अन्य जल स्त्रोतों को संरक्षित करना हमारा प्रथम कर्तव्य होना चाहिए। जिसके द्वारा हम अपने साथ-साथ प्राकृतिक जीवन को भी संरक्षित व सुसज्जित कर सके। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से जल संरक्षण व नून नदी पुनरूद्धार हेतु अपेक्षित सहयोग की अपील की। अन्त में उद्गम स्थल पर बने सेल्फी प्वाइंट पर सांसद व जिलाधिकारी द्वारा मनरेगा मजदूरों व अन्य के साथ सेल्फी भी ली गयी। इस मौके पर डीएफओ अनिल कुमार द्विवेदी, उप जिलाधिकारी अकबरपुर शुरभि शर्मा, डीसी मनरेगा, खण्ड विकास अधिकारी अकबरपुर, जनप्रतिनिधियों में डा0 सतीश शुक्ला, मनोज शुक्ला, विकास मिश्रा, कन्हैया कुशवाहा के साथ भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।