हर चीज में नमक डालकर खाने के शौकीन हो जाएं सावधान! हार्ट अटैक का हो सकते हैं शिकार

देश में लगातार हार्ट अटैक के cases में बढ़ोतरी देखने को मिली है। आजकल किसी भी उम्र के लोगों को दिल का दौरा पड़ रहा है। वैसे तो हार्ट डिजीज बढ़ने के कई से कारण है, जैसे खराब लाइफस्टाइल और जंक फूड पर क्या आपको पता है कि नमक के चलते भी दिल की बीमारियां बढ़ रही है। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। अगर नमक में सोडियम की मात्रा ज्यादा है तो इससे हार्ट को नुकसान पहुंचता है। इस बारे में (डब्लयूएचओ) ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है और साथ में नमक को कम मात्रा में खाने की भी सलाह दी है।

क्या कहती है डब्लयूएचओ की रिपोर्ट

डब्लयूएचओ का कहना है कि नमक में सोडियम की मात्रा को 30 प्रतिशत तक कम करने की जरुरत है। सोडियम से ज्यादा मात्रा होने से हार्ट अटैक की चपेट में आना और heart attack पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। हालांकि अभी भारत ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया है। कई लोगों के मन में सवाल होगा की सोडियम में हार्ट हेल्थ का क्या संबंध? आइए आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से....

ज्यादा नमक है सेहत के लिए हानिकारक

एक्सपर्ट्स का कहना है कि हार्ट में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। नमक ज्यादा खाने से हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी हो जाता है। इससे हार्ट की धमनियों में बल्ड का सर्कुलेशन काफी तेज हो जाता है। इस वजह से हार्ट पर असर पड़ता है और दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है। इसी वजह से लोगों को नमक की मात्रा कम करने की सलाह दी जाती है। हार्ट के मरीजों को तो कम से कम नमक खाने की सलाह दी जाती है।

रोजना इतनी मात्रा में ही खाएं सोडियम

डब्लयूएचओ का कहना है कि पूरी दुनिया भर में लोग हर दिन 10.8 ग्राम तक सोडियम खाते हैं। वहीं डब्लयूएचओ की लोगों को सलाह है कि हेल्दी हार्ट के लिए हर दिन 5 ग्राम से ज्यादा सोडियम ना खाएं। रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसे राज्यों का सोडियम स्कोरकार्ड बनाया है जिन्होंने सोडियम के प्रकार और उसके घटाने की संख्या पर काम किया है। स्कोरकार्ड में उन देशों का पता लगाया गया है जिन्होंने राष्ट्रीय नीति के तहत सोडियम की मात्रा घटाने को लेकर काम किया है। 

उन्हें स्कोर में 1 दिया गया है। वहीं ऐसे देश जिन्होंने सोडियम की मात्रा घटाने को लेकर कड़ाई से काम और लोगों को जगरुक करने का काम किया है, उन्हें स्केर में 2 दिया गया है। वहीं ऐसे देश जिन्होंने सोडियम की मात्रा घटाने को लेकर कोई एक कदम उठाए हों या पहले से पैक खाने के आइटम में सोडियम की मात्रा डालना अनिवार्य कर दिया हो उन्हें स्कोर में 3 दिया गया है। भारत को इस स्कोरकार्ड में 2 दिया गया है।