जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निराश सिर्फ गोवंश ओके संरक्षित कराए जाने के संदर्भ में की गई बैठक

चित्रकूट | जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंशो के संरक्षित कराएं जाने के संबंध में एक आवश्यक बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों से कहा कि शासन द्वारा अभियान चलाया गया है कि गांव में जितनी गांव की गोचर भूमि है उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराना है और गौशाला के लिए टैग कर हरा चारा बोया जाना है। 

यह एक माह का अभियान शुरू किया गया है सभी उप जिलाधिकारी लेखपालों के साथ बैठक करे तथा जो भूमि गोचर के लिए चिन्हित की जाए उसकी सूची मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व संबंधित खंड विकास अधिकारी को दी जाए, उन्होंने खंड विकास अधिकारियों से कहा कि जहां पर भूमि पहले से चिन्हित करके हरा चारा बोने के लिए दी गई है। 

उसमें गोबंशो के लिए हरा चारा उगाए जाने की व्यवस्था करें तथा जहां पर विवाद हो तो उसे संबंधित उप जिलाधिकारी से निस्तारण कराएं, उप जिलाधिकारियों से कहा कि चारागाह प्रथम वरीयता है तथा जिन गांव में नहीं है तो बंजर भूमि दें अगर विवादित व पथरीली है तो दूसरी जगह दी जाए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जो भूमि चिन्हित की गई है उसकी फीडिंग कराएं, जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी कर्वी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी कर्वी को सख्त निर्देश दिए कि गोवंश संरक्षित में सबसे अधिक प्रगति आप लोगों की खराब है। 

परिक्रमा मार्ग के आसपास तथा करबी मुख्य शहर व मुख्य मार्ग के गांव में किसी भी दशा में गोवंश नहीं घूमना चाहिए। 

यह आप लोग सुनिश्चित करें नहीं तो मैं आप लोगों के खिलाफ कार्यवाही करूंगा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दें कि जो गांव में लोग अपने निजी पशु छोड़ रहे हैं उनके खिलाफ संबंधित थानों में एफ आई आर दर्ज कराएं, खंड विकास अधिकारियों से कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में गोवंश संरक्षित में प्रधान सहयोग न करें तो उनके खिलाफ कार्यवाही कराएं मुझे किसी भी दशा में सड़कों पर कोई गोवंश घूमते नहीं मिलना चाहिए। 

किसानों की फसलों के नुकसान को देखते हुए शत प्रतिशत गोवंश गौशाला में संरक्षित कराए जाएं, खंड विकास अधिकारियों से यह भी कहा कि गांव के अगल-बगल जहां पर जंगल का क्षेत्र है तो वहां पर गोवंश चरवाने की व्यवस्था करें लेकिन जिन गांव में जगह नहीं है तो वहां पर गौशाला पर ही चारा भूसा की व्यवस्था कराई जाए, सभी खंड विकास अधिकारी तथा पशु चिकित्सा अधिकारी रात में गौशालाओं का निरीक्षण अवश्य करें उप जिलाधिकारी मऊ तथा कर्वी से कहा कि ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करके गोवंश संरक्षित कराएं।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, उप जिलाधिकारी कर्वी राजबहादुर, मानिकपुर राम जन्म यादव, मऊ राकेश कुमार पाठक, तहसीलदार राजापुर संजय अगृहरि, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी  कुमार अमरेंद्र, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 सुभाष चंद्र, सहित समस्त खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।