दुर्घटना में घायल एक और मासूम ने तोड़ा दम, आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाया जाम

लालगंज, प्रतापगढ़। बीते पखवारे स्कूली मैजिक तथा लोडर वाहन भिडंत के चलते दुर्घटना मे घायल एक और मासूम की मौत हो गयी। इससे गुस्साए लोगों ने मार्ग जाम कर दिया। अफसरो के समझाने बुझाने पर घंटे भर बाद मार्ग जाम समाप्त हो सका। पुलिस ने मासूम के शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजवाया है। लीलापुर थाना के लक्ष्मणपुर ब्लाक के समीप बीती इक्तीस जुलाई को स्कूली बच्चों को स्कूल ले जा रही मैजिक वाहन को लोडर ने टक्कर मार दी थीं। 

दुर्घटना में पतुलकी निवासी छात्रा मानसी की घटना के दिन ही मौत हो गयी थी। दुर्घटना के दिन लक्ष्मणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ नदारद मिला था। गुस्साए लोगों ने उस दिन भी मार्ग जाम कर आक्रोश जताया था। हालांकि सीएमओ समेत बडे अफसरो ने दोषी मेडिकल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाकर मार्ग जाम समाप्त कराया था। पखवारे भर बीत गये स्वास्थ्य महकमे की जांच पडताल का अता पता नही चल सका। 

रविवार की रात दुर्घटना के दिन घायल धर्मेन्द्र प्रजापति के पुत्र यश की भी मौत हो गयी। घायल यश को चौदह दिन मेडिकल कालेज मे इलाज कराने के बाद परिजन घर ले आये थे। रविवार की रात अचानक यश तेज बुखार की चपेट मे आ गया। परिजन उसे लेकर लालगंज ट्रामा सेण्टर पहुंचे। यहां इलाज के दौरान यश की साँसे थम गयी। सोमवार को यश की मौत की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणो ने सगरा सुंदरपुर डेरवा मार्ग पर पीएचसी के सामने जाम लगा दिया।

 जाम की जानकारी लीलापुर कोतवाल सुभाष यादव को मिली तो वह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। कोतवाल ने ग्रामीणों को समझाया बुझाया। घंटे भर बाद जाम समाप्त हो सका। इसके बाद पुलिस ने मृतक यश के शव को पंचनामा कर पीएम के लिए भेजवाया। मृतक यश का पिता मिटटी का बर्तन बनाया करता है। जबकि मृतक मासूम की मां को प्रसूतावस्था में बताया जाता है। काल की कू्रर नियति कुछ ऐसी रही कि मृतक यश विद्यालय में प्ले ग्रुप में दाखिला लेने के बाद महज पन्द्रह दिन स्कूल गया था। उसके एक छोटा भाई सनी तीन वर्ष का है। वहीं यश की मौत से मां अंजू और पिता धर्मेन्द्र बिलखते दिखे। गांव में भी मातम का माहौल फिर बन आया।