तुम अनुज मेरे प्यारे,
दिल तुम्हें देता लाखों दुआएं ,
बदले में रब से मांगता
तेरी संपूर्ण बलाएं,
तेरी कलाई पे हमनें
रेशम की डोरी में प्यार बांधा है,
दुआओं का संपूर्ण
संसार बांधा है।
टीका ,रोली,चंदन,
सब आशीष मेरे,
तु रहे सदा पास मेरे,
दौलत रहे न रहे,
रेशम की डोरी में,
मेरी दुआओं का तार बांधा है।
खुश रहे तु सदा,
स्वास्थ्य, सम्मान,सफलता,
दीर्घायु होने का
रेशम की डोरी में चमत्कार बांधा है।
(स्वरचित)
सविता राज
मुजफ्फरपुर बिहार