भाई बहन के प्यार का प्रतीक,
राखी बहुत प्यारा त्यौहार ,
छिपी है इक डोरी में
प्यार की प्रबल धार ।
कैसी भी हो डोर राखी की,
बहना का दिखता
असीम अनुराग।
लगा माथे पर रोली का टीका,
बांध देती कलाई पर
डोरी में बांध प्यार।
चूम माथा भ्राता का
करती कामना,
शतायु हो भाई मेरा ,
मुझे मिले ढेरों प्यार।
प्रीत डोर की यह
अनुपम सम्बन्ध जोड़ती,
हर घर ,हर द्वार।
हर्षित, मुदित देख
अपने बच्चों को,
संतुष्ट मां के मुख का होता दीदार।
कामना करती,बना रहे
दोनों में परस्पर,
विश्वास स्नेह व्यवहार।
अति मृदु पावन यह
प्रेम भरा त्योहार,
मन भावन राखी का त्योहार।
आए वर्ष में अनेक बार।
बेला विरदी
1382 सेक्टर 18
जगाधरी- हरियाणा
8295863204