करनैलगंज /गोंडा। सरयू नदी में उतार-चढ़ाव का दौर एक महीने से चल रहा है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। अभी बृहस्पतिवार को सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 41 सेंटीमीटर नीचे चल रहा था जो शुक्रवार को 20 सेंटीमीटर बढ़ कर मात्र 21 सेंटीमीटर नीचे रह गया। वहीं बृहस्पतिवार को 2.88 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।
जो शुक्रवार को पहुंचना शुरू हुआ। तो शुक्रवार को 2.66 लाख क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों के माध्यम से सरयू नदी में छोड़ा गया जो शनिवार को पहुंचना शुरू होगा। ऐसे में बांध को किसी प्रकार का खतरा तो नहीं है मगर नदी और बांध के बीच की दूरियां सिमट चुकी है। जो बांध के लिए खतरा बन सकता है। ग्राम नकहारा, रायपुर माझा, बांसगांव, बेहटा, चंदापुर किटोली के आसपास नदी की धारा और बांध के बीच की दूरियां लगभग लगभग समाप्त होने की ओर है।
जो आने वाले समय में नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर सीधे बांध से टकराव शुरू होगा। बांध पर मौजूद अवर अभियंता रवि वर्मा का कहना है कि लगातार बांध के निगरानी स्पर व ठोकर की देखरेख कराई जा रही है बांध पर जहां अतिसंवेदनशील है वहां कैमरे के माध्यम से भी निगरानी चल रही है किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।