बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की समीक्षा हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत जनपद स्तर पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को मुफ्त में कोचिंग-प्रशिक्षण की सुविधा मिल रही है।
डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर को निर्देश दिया कि योजना का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि अर्हता रखने वाले छात्र-छात्राएं प्रदेश सरकार की इस अभिनव योजना का भरपूर लाभ उठा सकें। डीएम मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि शैक्षिक सत्र 2023-24 के लिए आवेदन करने वाले समस्त मेधावी छात्रों को योजना से आच्छादित कराएं जाने के निर्देश दिये।
डीएम ने निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजनान्तर्गत यूपीएससी, नीट, जेईई, एनडीए, सीटीईटी के साथ-साथ अन्य प्रतियोगात्मक परीक्षाओं के कोर्सेस का संचालन किया जाए, ताकि आकांक्षात्मक जिले के अधिक से अधिक मेधावी छात्र निशुल्क कोचिंग का लाभ उठाकर अच्छे पदों पर आसीन होकर नाम रोशन कर सकें। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि कोचिंग के लिए कुशल एवं योग्य फैकल्टी, टीचर व विषेशज्ञों का चयन किया जाएगा, ताकि शासन की मंशानुरूप योजना अपने उद्देश्यों में सफल हो सके।
बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2021-22 एवं 2023 में कोचिंग योजना के तहत संचालित विभिन्न प्रतियोगात्मक परीक्षाओ की तैयारी कर रहे गरीब परिवारों के 5 मेधावी छात्र राहुल बाजपेई व आकाश शुक्ला यूपी पुलिस में उप निरीक्षक, सचिन तिवारी सीआरपीएफ में उप निरीक्षक, दीपक राज मिश्रा उच्च न्यायालय प्रयागराज में कनिष्ठ सहायक के पद पर चयनित हो चुके हैं, जबकि छात्र विकास को जेआएफएनईटी में सफलता मिली है।
डीएम ने इन छात्रों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी कैसरगंज पंकज दीक्षित, महसी राकेश कुमार मौर्या, प्रयागपुर दिनेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्ता, बीएसए अव्यक्तराम तिवारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय सिंह सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।