मोटापा आजकल के समय में सबसे बड़ी समस्या है। सिर्फ व्यस्क या ज्यादा उम्र के लोग नहीं बल्कि बच्चे भी बढ़ते वजन से परेशान हैं। इसके कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं भी होने लगती हैं जैसे डायबिटीज, थायराइड। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बहुत ही आवश्यक है। खासकर बच्चों का यदि वजन बढ़ता है तो उन्हें छोटी उम्र में ही कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं। ऐसे में जरुरी है कि पेरेंट्स बच्चों का भी वजन कंट्रोल में रखें। बच्चे का वजन जब बढ़ता है तो शरीर में कुछ संकेत दिखते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि आप ऐसे कौन से संकेत हैं जिनके जरिए आप बच्चे के बढ़ते वजन की पहचान कर सकते हैं।
शरीर का एक्टिव ना होना
यदि आपका बच्चा बाकी बच्चों के मुकाबले खेल-कूद में ज्यादा हिस्सा नहीं ले रहा और फिजिकल एक्टिविटी से दूर भाग रहा है तो इसका अर्थ है कि उसका वजन बढ़ रहा है। इसके अलावा जल्दी थकना, फिजिकली एक्टिविटी से बचते रहना भी ऐसी चीजें हैं जो बच्चे के बढ़ते वजन की ओर इशारा करती हैं। ऐसे में आप अपने बच्चे को शारीरिक रुप से एक्टिव रहने के लिए कहें।
ज्यादा सोना
बढ़ते वजन के कारण बच्चे जरा सा काम करने पर थकने लगते हैं जिसके बाद वह ज्यादा सोने लगते हैं। ऐसे बच्चे सोने और ज्यादा आराम करने में ही अपना समय बिताते हैं। ऐसे अगर पेरेंट्स के तौर पर आपको बच्चे के शरीर में यह बदलाव दिखता है तो सावधान हो जाएं। बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए पूरी नीदं जरुरी है परंतु ज्यादा सोना भी बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
बीएमआई
आपका बच्चा ओवरवेट है या नहीं इस बात का पता आप बीएमआई के जरिए भी लगा सकते हैं। बच्चों का बीएमआई बड़ों से बिल्कुल अलग होता है। बच्चे का सिर्फ वजन और लंबाई ही बीएमआई चेक करने के लिए जरुरी नहीं होती बल्कि उनके जेंडर का भी इस दौरान ध्यान रखा जाता है। बच्चों के शरीर का तेजी से विकास होता है जिसके चलते उनका वजन और लंबाई दोनों बदलती रहती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो बच्चा ओवरवेट है या नहीं इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि उनका बिहेवियर और बॉडी एक्टिविटी भी बच्चे की उम्र से अलग हो सकती है।
अनहेल्दी चीजें खाना
कई बार बच्चे न चाहते हुए भी ऐसी चीजें खा लेते हैं जो उनके मोटापे का कारण बन सकती हैं। स्कूल में कैंटीन से समोसे, ब्रेडरोल या स्प्रिंग रोल खा लेते हैं। लगातार ऐसी चीजें खाने से बच्चे का वजन बढ़ सकता है। ऐसे में पेरेंट्स को अपने बच्चों की गलत खान-पान की आदतों पर ध्यान देना चाहिए। ऑयली फूड्स की जगह आप बच्चों को मौसमी फल, सब्जियां खिला सकते हैं।
अपने शरीर को लेकर परेशान होना
यदि आपका बच्चा दोस्तों के बीच अपनी बॉडी को लेकर परेशान हो रहा है और उसके दोस्त उसका मजाक उड़ाते हैं तो यह संकेत भी बिल्कुल सही नहीं है। ऐसे में आप बच्चे को बताएं कि वह अपनी बॉडी इमेज को लेकर पॉजिटिव रहें। इसके अलावा पेरेंट्स को यह भी चाहिए कि वह अपने बच्चे को अच्छा और हैल्दी लाइफस्टाइल जीने की सलाह दें। बढ़ते वजन को कम करके बच्चे जीवन में स्वस्थ रह सकते हैं।