जज्बा जो तस्वीर बदल दे, ऐसा नाम है डॉ. रामविलास भारती

घोसी-मऊ। यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और उसके प्रति, समर्पण व जज्बा हो तो किसी भी तस्वीर को बदलकर उसे सकारात्मक रूप दिया सकता है। ऐसे ही उदाहरण है ब्लॉक घोसी अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय धरौली के प्रभारी प्रधानाध्यापक  डॉ. रामविलास भारती। जिन्होंने व्यक्तिगत कार्यों की अपेक्षा लोकहित के कार्यों को ज्यादा महत्व दिया। समाज, देश व शिक्षा के प्रति इनका जज्बा देखते ही बनता है। चाहे कोविड 19 काल का संकट रहा हो, चाहे समाज में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई, चाहे विभिन्न पुस्तकालयों व वाचनालयों का निर्माण, चाहे सामाजिक एवं समसामयिक मुद्दे, चाहे शिक्षा हो या शिक्षण कार्य, दुनिया व समाज को बेहतर देखने, स्वच्छ व सुंदर बनाने की दिशा में इनका लगातार प्रयास रहता है। 

आज ग्राम प्रधान एवं इनके व्यक्तिगत प्रयास से इनका विद्यालय पूरे प्रदेश में दिल्ली माडल को आईना दिखा रहा है अपने वेतन का अधिकतम हिस्सा समाज पर न्योछावर करने वाले डॉ.रामविलास भारती समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं। कोविड 19 का काल जब पूरी दुनिया संकट एवं भयपूर्ण वातावरण से गुजर रही थी तो उस समय डॉ.रामविलास भारती कोविड़ नियमों का पालन करते हुए लोगों के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को गेहूं, चावल आदि खाद्यान्न, हजारों मास्क,अधिकांश ग्राम सभा को आक्सीमीटर, दवाएं आदि वितरित कर रहे थे। यही नहीं बल्कि डॉ.रामविलास भारती ने अपने मोबाइल नम्बर को सार्वजनिक करते हुए टोलफ्री कराया जिससे किसी संकट की स्थिति में कोई भी उन्हे कॉल करके सहयोग ले सके।

           डॉ.रामविलास भारती ने अपने विद्यालय को अत्याधुनिक बनाते हुए अपने वेतन का अधिक से अधिक पुनः धन लगाकर विद्यालय को संवारने का कार्य किया। शायद ही प्रदेश का कोई ऐसा शिक्षक हो जो अपना इतना व्यक्तिगत धन लगाकर सरकारी विद्यालय को इतना बेहतर बनाने का प्रयास किया हो। तो वहीं ग्राम पंचायत ने भी गुणवतापूर्ण दंग से कायाकल्प कर उसमे और भी चार-चांद लगा दिया। विद्यालय की बेहतरी के लिए ग्राम प्रधान बालचन्द राम, विभाग व ग्राम सभा का भरपूर सहयोग रहता है। आज इस विद्यालय में स्मार्ट कक्षाएं, समृद्ध पुस्तकालय, प्रोगशाला, कंप्यूटर लैब, थियेटर मंच, स्टूडेंट बैंक ऑफ धरौली, किचेन गार्डेन, मोहल्ला पाठशाला, बागवानी आदि उन्नीस मानकों को पूर्ण करते हुए शानदार पेड़-पौधों से सुसज्जित भौतिक परिवेश प्रदेश के सम्पूर्ण सरकारी विद्यालयों के लिए एक मिशाल है।