गौ माता में बसे सारे भगवान,
हमेशा करो इनका सम्मान,
दूध मिले इनसे जो,
वो होता अमृत समान,
घी, मिठाई ,दही ,
पनीर,छांछ,लस्सी,
ये सब दूध से ही बनते,
पूजा में उपयोग होता,
कच्चा दूध गौ माता का,
गोबर भी पूजा में होता सदुपयोगी,
रोग भी कई दूर होते,
गौ माता के सानिध्य से,
यूं ही नहीं मिला गौ को ,
माता का दर्जा,
ये है साक्षात ईश्वर का स्वरूप।
(स्वरचित)
सविता राज
(मुजफ्फरपुर बिहार)