सहारा नाथ तेरा है,
नहीं कुछ ईश मेरा है |
सुनो अब प्रार्थना मेरी,
करूँ आराधना तेरी ||
मिला जो साथ तेरा है,
वही अब गाँव मेरा है |
सहारा तुम सदा देना,
प्रेम को अब निभा लेना ||
मिटा संदेह है प्यारे,
समझती हूँ तुम्हीं न्यारे |
कृपा होगी कभी माना,
तुम्हीं सागर सुखी जाना ||
सहारा आपका पाया,
जगत धन्य ये माया |
मिले जो दर्श अब तेरा,
वहीं पर धाम है मेरा ||
सदा मैं ध्यान में पाऊँ,
खुशी अब संग में लाऊँ |
नमन तुमको हमारा है,
दिया हमको सहारा है ||
हृदय में प्रेम है मेरे,
चलूँगी संग मैं तेरे |
बता दो सब बहाना है,
मुझे अब संग जाना है ||
लिया विश्वास है तेरा,
सहारा राम है मेरा |
उतर कर पार जाना है
सम्भल अब राम आना है ||
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कल्पना भदौरिया "स्वप्निल "
लखनऊ
उत्तरप्रदेश