हिंदी की बोली में मिठास है
सबको अपनी सी लगती है
सात सुरों में झंकृत होती हिन्दी
सबके मन को भाती हिन्दी
अंग्रेजी शिक्षा बनी है जरूरत
ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बड़ी
नयी पीढ़ी के बच्चों को बताना
हिन्दी से उनका रिश्ता है गहरा
हिन्दी हमारे भारत की शान है
भारतीयों का अभिमान हिन्दी
सहज सरल हमारी भाषा हिन्दी
देवनागरी लिपि में लिखी जाती
वैज्ञानिकता से परिपूर्ण है हिन्दी
हर देश की अपनी एक भाषा है
हमारे भारत की पहचान हिन्दी
हिन्दुस्तान के माथे की है बिंदी
चौदह सितंबर के इस शुभ अवसर
एक संकल्प हम सबको करना है
हिन्दी का खूब प्रचार प्रसार करना
हिन्दी को विश्व जगत में फैलाना है
हमारी मातृभाषा है प्यारी हिन्दी
जन जन की भाषा हमारी हिन्दी
अब तक है राज भाषा हमारी हिन्दी
राष्ट्र भाषा पद पर इसको बिठाना
स्वरचित एवं मौलिक कविता
अनुराधा प्रियदर्शिनी
प्रयागराज उत्तर प्रदेश