नाम लेकर जाएंगे

मुझे हंसी आती है

जब लोग कहते हैं,

खाली हाथ आया है

खाली हाथ जाएगा,

क्या लेकर आया है

क्या लेकर जाएगा,

हम चाहें तो

बहुत कुछ लेकर जा सकते हैं,

अपने समाज के लिए

किए कार्य से,

हम एक नाम लेकर ही जाएंगे,

जिसे लोग कभी नहीं भूल पाएंगे,

अभी भी समाज के लिए

बहुत कुछ करने की जरूरत है,

 लड़ने भिड़ने की जरूरत है,

 जागरूकता लाना है,

हम भी कुछ कर सकते हैं,

ये जमाने को दिखाना है,

जातिवाद के विरूद्ध,

धार्मिक फसाद के विरूद्ध,

असमानता के विरूद्ध,

सामाजिक अज्ञानता के विरूद्ध,

शोषण के विरूद्ध,

पाखंड पोषण के विरूद्ध,

असमान अर्थ के विरूद्ध,

कागजी कुतर्क के विरूद्ध,

इन सभी के खिलाफ

हम छेड़ सकते हैं युद्ध,

तब हमें आंशिक ही सही

प्रसिद्धि प्राप्ति से

कोई रोक नहीं सकता,

खाली हाथ ही सही

पर नाम लेकर हम जाएंगे।

राजेन्द्र लाहिरी पामगढ़