चित्रकूट में संतो ने सरकार को दी चेतावनी

संतों ने कहा मठ- मंदिर टूटे तो त्याग देंगे अपने प्राण

चित्रकूट में विरक्त संत मंडल की गुरुवार रात को बैठक हुई । जिसमें चित्रकूट के सभी मठ मन्दिर एवं अखाड़े के संत मौजूद रहे । बैठक का मुख्य चर्चा का विषय चित्रकूट में विकास के नाम पर सड़कों का चौड़ी कारण होना है । जिसके लिए सड़कों के किनारे जितने भी प्रचीन मंदिर हैं उनको सरकार द्वारा चिन्हित कर तोड़ना है । कुछ ऐसे भी मंदिर है जिनके गर्भगृह भी सड़क की नाप में फंस रहे हैं । 

जिससे पूरा मंदिर ही टूट जाएगा । संत मदन दास ने बताया कि साल 2013 में भी सड़कों के चौड़ीकरण की वजह से बहुत सारे प्रचीन मंदिरों को नुकसान पहुंचा था । संत समाज का कहना है कि साल 2013 में उन्होंने सहमति से चित्रकूट के विकास के लिए अपने मंदिरों का जो हिस्सा फंस रहा था उसको टूटने दिया था । लेकिन उसके बाद सरकार द्वारा उनको आश्वासन दिया गया था । 

तत्कालीन शिवराज सरकार द्वारा कहा गया था कि आगे कभी भी मंदिरों को क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी । जब गुरुवार को दोबारा ऐसा हुआ तो चित्रकूट का सम्पूर्ण संत समाज इसका विरोध करेगा । संतो ने सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी दी है । कहा कि संतों के लिए मठ मन्दिर अखाड़ा ही सब कुछ हैं । अगर उनको नुकसान पहुंचाया गया तो संतो ने अपने प्राण त्याग ने की धमकी दी है । इस बैठक में प्रमुख द्वार के मदन गोपाल दास , सीता शरण दास , श्याम शरण दास , बालक दास , आदि मौजूद रहे।