सहारनपुर। सामाजिक उद्योग व्यापार मण्डल की एक महत्वपूर्ण बैठक व्यापार मण्डल के देहरादून रोड स्थित जिला कार्यालय पर आयोजित की गयी। व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष राजेश गुलाटी ने कहा कि एक तरफ तो पूरा देश की आजादी का 75वां अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है, वही देश की केन्द्र सरकार देश की गरीब जनता व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम जीएसटी में वृद्धि करके कर रही है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री व तत्कालीन वित्तमंत्री अरूण जेटली ने जीएसटी लागू करते समय देशवासियों को यह आश्वासन दिया था कि आम जरूरतों जैसे खाद्य पदार्थ आटा,चावल, दाल, गेंहू, दही, मक्खन पर जीएसटी नहीं लगायेगी लेकिन देश के प्रधानमंत्री व वर्तमान वित्तमंत्री ने देश की गरीब जनता की कमर तोड़ते हुए जीएसटी की दरों में 5 से 12 प्रतिशत की बढोत्तरी करके यह साबित कर दिया है कि भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार जनविरोधी, व्यापारी विरोधी सरकार है।
श्री गुलाटी ने कहा कि जीएसटी में बढोत्तरी के कारण गृहणियों का बजट भी बिल्कुल बिगड़ गया है। एक तो पहले ही घरेलू गैस सिलेण्डरों के नाम में बेतहाशा वृद्धि हो रही है उस पर खाद्यान्न वस्तुओं पर जीएसटी की मार ने पूरे देश की जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। जिसे व्यापार मण्डल किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा।
गुलाटी ने कहा कि अब तो मरीजों व तीमारदारों को भी यह दंश झेलना होगा क्योंकि सरकार ने मनमानी करते हुए अस्पतालों के उन कमरों पर भी जीएसटी थोप दी है जिनका एक दिन का किराया 5 हजार रूपये से अधिक है। इसके अलावा बैंक में भी 18 प्रतिशत जीएसटी वसूली जायेगी। होटलों आदि में भी जीएसटी की मार पड़ेगी जिसका सीधा-सीधा असर उन आम लोगों पर पड़ेगा और वो अपने ही देश में टैक्स के बोझ तले दबते चले जायेंगे।
श्री गुलाटी ने कहा कि जीएसटी थोप कर सरकार मालामाल हो रही है और देश की गरीब जनता कंगाल हो रही है। देश की जिस जनता अपने अच्छे दिन के चक्कर में भाजपा को वोट दिया था आज वही देश की जनता अपने आपको छला सा महसूस कर रही है। व्यापारियों से सरकार से अविलम्ब जीएसटी की बढी दरों को वापिस लेने की मांग की।
बैठक में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष राजेश गुलाटी, अजय सोनी, विरेन्द्र कुमार बहल, सुमित सेठी, राजन चुग, नवीन अग्रवाल, सुशील कुमार गुप्ता, लखविन्द्र सिंह, मन्नी सूरी, सन्नी, सचिन तनेजा, गौरव गुम्बर, हैप्पी सिंह, इन्द्र कपूर आदि मौजूद रहे।