कुपोषण को दूर भगाना है माह सितम्बर तक चलेगा अभियान

गोंडा। बच्चे स्वस्थ रहें इसके लिए ‘पोषण’ अत्यंत आवश्यक है | पोषण शिशु और बाल मृत्यु दर के आंकड़ों को भी कम करने में सहायक है, इसके लिए परिवार एवं व्यक्ति के स्तर पर पोषण सम्बन्धी मौजूदा व्यवहारों, धारणाओं और मिथकों में परिवर्तन लाना है | इस परिवर्तन के लिए ही बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से गत वर्ष की भांति इस बार भी एक जुलाई से आगामी तीस सितम्बर तक प्रदेशव्यापी ‘सम्भव अभियान’ चलाया गया है|

प्रभारी डीपीओ (आईसीडीएस) धर्मेन्द्र गौतम ने बताया कि तीन मास के इस अभियान में अति कुपोषित (सैम) एवं अल्प कुपोषित (मैम) बच्चों के सही चिन्हांकन, उपचार, संदर्भन एवं सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबन्धन के साथ-साथ कुपोषण की रोकथाम के लिए सामुदायिक व्यवहारों में परिवर्तन लाने पर जोर दिया जाएगा |