आखिर जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक को मिला काम

आवाज उठी तो और विभागों में भी पड़ा असर

लखनऊ। जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक की ओर से खुद को योगी सरकार में काम नहीं आवंटित करने और अफसरों द्वारा उन्हें तवज्जो न दिए जाने को लेकर खत किताबत करने के बाद मचे हो हल्ला के बाद जलशक्ति विभाग हरकत में आ गया है। प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग की ओर से 28 जुलाई को जारी आदेश में जलशक्ति राज्य मंत्रियों दिनेश खटीक और रामकेश निषाद को कार्य आवंटित कर दिया गया है। यह वही प्रिंसिपल सेक्रेटरी हैं जिन्होने दिनेश खटीक की बात सुने बिना ही फोन काट दिया था। 

निर्माण विभाग समेत कई और विभागों में भी राज्यमंत्रियों को काम बांट दिया गया है। जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक की ओर से 19 जुलाई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखा गया पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें राज्य मंत्री की हैसियत से खुद को विभाग में कोई अधिकार और काम नहीं आवंटित करने का दुखड़ा रोया था। 

तबादलों के बारे में जवाब मांगने के बावजूद विभागाध्यक्ष की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई तो उन्होंने प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग को फोन किया। गर्ग ने उनकी पूरी बात सुने बिना ही बीच में फोन काल को काट दिया। दो दिनों तक राजनीतिक सरगर्मी खूब रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, दिनेश खटीक, विभाग के अन्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कराकर मामले का पटाक्षेप कराया था। 

अब प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन की ओर से जारी आदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासी राज्यमंत्री दिनेश खटीक को सहारनपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद के साथ ही झांसी, चित्रकूट धाम और कानपुर मंडलों में सिविल यांत्रिक संगठन के राजस्व अधिष्ठान और शासन को संदर्भित समूह ग के कर्मचारियों के वह प्रकरण जिनमें अपील व दंड से संबंधित कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दूसरे जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद को लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, वाराणसी, फैजाबाद और विंध्याचल मंडलों से जुड़ा काम दिया गया है।