रोके गए और महंगाई भत्ते का भुगतान तत्काल किया जाए: महासंघ

लखनऊ। कोरोना काल में रोके गए भत्तों के साथ महंगाई भत्ते की मांग प्रदेष के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ द्वारा की गई है। प्रदेश अध्यक्ष रामराज भी प्रदेश महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने आज मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करते हुए जनवरी 2022 से देय तीन महंगाई भत्ते का तत्काल भुगतान करने की मांग किया है। उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि प्रदेश के राज्य कर्मचारियों को केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तर्ज पर महंगाई भत्ते का भुगतान होता है। केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए जनवरी 2022 से 3 प्रतिषत महंगाई भत्ते में वृद्धि कर दिया है। 

यह वृद्धि केंद्र सरकार के कर्मचारियों को पिछले 6 माह से मिल रही है,जबकि प्रदेश सरकार के राज्य कर्मचारी अभी भी महंगाई भत्ते के भुगतान से वंचित है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि सूत्रों के अनुसार महंगाई भत्ते का भुगतान मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद ही होता है। वित्त विभाग ने पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय में भेजी थी लेकिन वह पत्रावली उचित समय पर भेजने की टिप्पणी के साथ वापस आ गई थी।

 7 माह का समय बीत गया है अभी तक प्रदेश कर्मचारियों को महंगाई भत्ते के भुगतान का आदेश नहीं हुआ है ।सुरेश सिंह यादव ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अवगत कराया है कि प्रदेश के कर्मचारियों आशा थी कि 100 दिनों के कार्यकाल की घोषणा के साथ प्रदेश के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देने की घोषणा भी होगी परंतु कर्मचारी निराश हाथ लगी। जबकि प्रदेश में राजस्व की स्थिति बेहतर है, कर्मचारी पूरी ईमानदारी निष्ठा एवं मनोयोग से कार्य कर रहा है। प्रदेश के कर्मचारियों के सात भत्ते करोना कॉल वित्तीय स्थिति खराब होने का हवाला देकर रोके गए थे उनका भी भुगतान किया जाए। उत्तर प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पद 4.30 लाख, उनको भरा जाए।