तीखा तीर

मल्ल युध्द में पारंगत नेता  जी 

भूले लोकतांत्रिक की ही मर्यादा 

खाते खाना जिस थाली में वह 

ब्यांन उसी पर कुछ दे गये ज्यादा 

पुष्पक विमान की  करके सवारी 

बन गये थे महाराष्ट्र दल के प्यादा 

अफसरों को  गुलाम समझ बैठे 

आकर धमकी कुछ दे गये ज्यादा 

   ---- वीरेन्द्र तोमर