मुंबई की पहली पारी में 374 रन का स्कोर बड़ा लग रहा था, लेकिन दुबे ने 236 गेंद में 14 चौकों की मदद से 113 और शुभम ने 215 गेंद में 15 चौके और एक छक्का जड़ 116 रन की पारी खेलकर टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचाया। दुबे ने इस सत्र में 613 जबकि शुभम ने 578 रन बनाये है। दोनों ने गेंद को बाउंड्री लगाने के साथ बीच-बीच में एक-एक रन चुराना जारी रखा। अपनी 222 रन की साझेदारी में दोनों ने 76 बार एक-एक रन लिये। शुभम अवस्थी का शिकार बने जबकि मुलानी ने दुबे को चलता किया।
जिसके बाद अब रजत पाटीदार के शतक की बदौलत मध्यप्रदेश की टीम पहली पारी में 6 विकेट पर 450 रन बना चुकी है और पहली पारी के आधार पर मुंबई पर 76 रन की बढ़त हासिल कर ली है। मध्य प्रदेश की टीम पिछली बार 1998-99 में रणजी फाइनल में पहुंची थी लेकिन तब उसे कर्नाटक से हार का सामना करना पड़ा था।