उन्होंने कहा कि सीजीएसटी विभाग और एसटीजीएसटी विभाग जांच के नाम पर व्यापारियो से अवैध वसूली कर रहा है, अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों का मानसिक और आर्थिक शोषण हो रहा है। व्यापारी की दुकानों के आगे, लगने वाली रेहड़ी, ठेली पुलिस संरक्षण में लगती है तथा माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा रेहडी बाजार को अलग-अलग स्थानों पर निश्चित करने की घोषणा का मजाक बनाया जा रहा है।
सीजीएसटी छापों में छोटे-मध्यम व्यापारी को निशाना बनाया जाता है तथा लाखों रूपये की अवैध वसूली और माननीय उच्चतम न्यायालय के तत्काल जुर्माना राशि जमा न कराने के आदेश की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। बैठक मे प्रदेश के 60 पदाधिकारियों के साथ कई जिलों के अध्यक्ष, महामंत्री विशेष आमंत्रण पर जनपद के जिला महामंत्री हर्ष डाबर ने भाग लिया।