सब्जियों और फलों जैसे कच्चे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
पर्याप्त प्रोटीन और अच्छे वसा (देसी घी, मक्खन, नारियल तेल, जैतून का तेल, नट्स, बीज और एवोकाडो) भोजन में शामिल करें।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ सुनिश्चित करें-सब्जियां, फल, बीज, साबुत दालें, दाल और अनाज।
मैदा कम से कम लें, बिना पालिश किए चावल और बाजरा चुनें।
अच्छी तरह चबाकर धीरे-धीरे खाएं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएंरू यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और तंत्रिका तंत्र को शांत करता है।
इन चीजों का भी रखें ख्याल
नियमित शारीरिक गतिविधि हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती है और ऊर्जा के स्तर को उच्च रखती है।
योग और ध्यान मन को शांत करते हैं, जिससे खाने के व्यवहार को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
उपवास शरीर को जहरीले अपशिष्ट से छुटकारा पाने में भी मदद करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
जागरूकता के साथ भोजन करना और जो आप चुनते हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें।
जरूरत पड़ने पर पेशेवर की मदद लें और नियमित जांच करवाएं जैसे बी.पी. और शूगर लैवल।