बढ़त ेजल संकट को लेकर शुक्रवार 3 मई को सर्वोदय नगर के बाशिंदों ने सड़क और गलियों पर पानी दो प्यास बुझाओं के नारे लगाते हुए कहा कि पानी नही ंतो जान नहीं। जल ही जीवन है के नारे को जिंदा रखने के लिए पीने के पानी की मांग करते हुए यहां के लोगों ने कहा कि सर्वोदय नगर के कुछ क्षेत्र में जलापूर्ति की जो पुरानी लाइन पड़ी है वह छोटी है। मुख्य सड़क से सर्वोदय नगर के अंदर जाने वाली गली में आरबीएस स्कूल से लगाकर गजानन माता के पास धरमपाल के मकान से राजकुमार पाठक के मकान तक विभिन्न घरों के लिए जलापूर्ति करने वाली पाइप लाइन केवल दो इंच की है। जहां पर पानी ही नहीं पहुंच पाता। दर्जनों बार पानी न आने की आवाज वहां के बाशिंदों ने उठाई। सर्वोदय नगर में पानी न आने के कारण क्या बच्चे क्या बूढ़े, क्या न नारी सब कभी साइकिल से तो कभी सिर में मटका बाल्टी रखकर कहीं न कहीं से पानी लाते हैं और प्यास बुझाकर जान बचाते हैं।
जल संस्थान के एक्जक्यूटिव से लेकर अवर अभियंता तक कभी फोन कभी टोन से हालात की जानकारी देते हुए पानी दो की मांग की। लेकिन अभी तक कोई ऐसा उपाय सामने नहीं आया जिससे सर्वोदय नगर के कुछ क्षेत्रों में जहां जलापूर्ति का संकट आए दिन खड़ा रहता है वहां पर बाधित जलापूर्ति को सुधार कर प्यासों को पीने का पानी उपलब्ध करा दिया जाता है। सर्वोदय नगर के अलावा भी बिजली खेड़ा में बढ़े पेयजल संकट को लेकर वहां के बाशिंदों ने गुरुवार को सायंकाल तक मुख्य सड़क में खाली घड़ा बाल्टी रखकर प्रदर्शन किया और पीने का पानी दो जान बचाओ की आवाज के साथ अल्टीमेटम दिया है कि यदि जल्द ही बिगड़ी जलापूर्ति व्यवस्था नहीं सुधरती तो अधिकारियों के द्वार तक दस्तक देकर प्रदर्शन करना हमारी मजबूरी होगी।