उन्होंने कहा कि इसमें शुद्ध पानी भरा जाए। इसे गंदगी से दूर रखा जाए। यह अमृत सरोवर जनपद मथुरा का एक मॉडल बनना चाहिए। इसकी सीडी बनाई जाएं। यह गांव का एक ऐतिहासिक कुंड बन जाए। इस संबंध में जिलाधिकारी ने बीडीओ प्रभात रंजन शर्मा से विस्तृत जानकारी ली। ग्राम निवासी चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार के प्रयासों से यह अमृत सरोवर बनवाया जा रहा है।
यह जनपद में बनने जा रहे 75 अमृत सरोवर में से पहला सरोवर है। इसके लिए सारी व्यवस्थाएं उत्तर प्रदेश भू जल प्रबंधन परिषद के सदस्य चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने की हैं। संघ पदाधिकारी अजय सिकरवार, ओमवीर सिंह, प्रधान कालीचरण सिंह, पूर्व प्रधान श्यामवीर सिंह आदि से भी जिलाधिकारी ने बेहतर सरोवर बनाए जाने के सुझाव लिए। जिलाधिकारी ने इस अमृत सरोवर तैयार करवाने में ग्रामीणों को सहयोग देने को कहा।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान कालीचरण के आग्रह पर जिलाधिकारी ने एसडीएम देवेंद्र कुमार आदेश दिए कि गांव की पंचायती जमीन को कब्जे से मुक्त करायें। साथ ही उस जमीन पर शव-दाह गृह भी बनवाया जाए। जिलाधिकारी श्री चहल गांव निवासी रिटायर्ड एडीओ राम प्रताप सिंह सिकरवार व भानु प्रताप के आवास पर भी पहुंचे,जहां ग्रामीणों से मुलाकात कर समस्याएं जानीं।