इस मौके पर बच्चों के लिए विद्यालय के शिक्षकगण द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए। बच्चों को पॉटरी स्टॉल के माध्यम से मिट्टी से विभिन्न प्रकार की चीज़ें बनाना सिखाया गया और अपनी भारत माँ की मिट्टी से जोड़ते हुए भारत की संस्कृति से अवगत कराने का प्रयास कराया गया। कार्निवाल में बच्चों को विभिन्न प्रकार के ब्रेन गेम खिलाए गए जिनमें से हॉप्सकॉच गेम में बच्चों को शरीर की लय व मस्तिष्क को बनाए रखने के विषय मे बताया गया है और बच्चों ने इस गेम को बहुत आनन्द से खेला।
बच्चों ने गर्मी के मौसम में बर्फ के गोले का लुफ्त उठाया और जिससे गर्मी छूमंतर हो गयी और फिर बच्चों ने डांस फ्लोर पर डांस करके धूम मचाई। विद्यालय में थियेटर के माध्यम से बच्चों को फिल्म दिखाई गई और सिखाया गया कि सिनेमा हॉल में कैसे टिकट लेकर जाते हैं? फ़ोटो बूथ स्टॉल पर बच्चों को फोटो क्लिक करने के साथ-साथ ही सेल्फी लेते हुए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए यह बताया गया और समुद्री सीन को देखकर बच्चें तो बच्चे सभी अध्यापक भी फ़ोटो खिंचने में पीछे नही रहे। सभी ने फोटोग्राफी का आनंद उठाया।
जिन बच्चों को डांस स्टेप नही आते थे उन्होंने भी सुंदर डांस कर कार्निवाल की शोभा बढ़ाई। टेटू स्टॉल पर बच्चों ने अपने मनपसंद टेटू लगवाए। कार्निवाल में लगे झूले पर सभी बच्चों ने झूलकर झूले का खूब आनन्द लिया। कार्निवाल में विभिन्न प्रकार की खाने-पीने चीजों के स्टॉल शामिल थे ।इस मेले में शिक्षक गण ने बच्चों को उपहार स्वरूप कूपन वितरित किए, जिनसे उन्होंने अपनी मनपसंद चीजें स्टॉल से खरीदी । मेले को लेकर बच्चों में विशेष उत्साह देखा । कार्निवाल में राजेन्द्र गुप्ता जी, दिनेश सेठीजी, रामसहाय खुराना जी , राजीव कालिया जी,यशपाल भाटिया जी,शिवकुमार जी व समस्त शिक्षकगण शामिल रहे। अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या जी ने बच्चों को ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुभकामनाएं देते हुए उपहार स्वरूप मिट्टी की गुल्लक व मिष्ठान भेंट की।