इसके बाद आयुष बल्लेबाजी के लिए आए और शार्दुल ने डॉट गेंद फेंककर आयुष पर दबाव बनाया। आयुष इस दौरान घबराए नहीं और ढीली गेंद का इंतजार किया और तीसरी गेंद पर चौका जड़ स्कोर बराबरी पर ला दिया। इसके बाद उन्होंने छक्के से टीम को जीत दिलाई। जिस तरह से उन्होंने छक्के के साथ टीम को जीत दिलाई, फैन्स को धोनी याद आ गए और टीम को जीत दिलाते ही उन्होंने अपना जर्सी नंबर दिखाकर जिस तरह से सेलिब्रेट किया, उससे फैन्स को विराट कोहली याद आ गए।
आयुष को अभी तक चार मैचों में बल्लेबाजी का मौका मिला है, जिसमें वह दो बार नॉटआउट रहे हैं। 51 की औसत और 156.92 के स्ट्राइक रेट से उन्होंने 102 रन बनाए हैं। बदोनी इस टूर्नामेंट में आठ चौके और छह छक्के लगा चुके हैं। वह अगर इस तरह का खेल जारी रखते हैं, तो लखनऊ सुपर जायन्ट्स के लिए आगे के मैचों में भी अहम साबित हो सकते हैं।