हर जख्म की दवा April 04, 2022 • दैहिक स्वतंत्रता न्यूज़ नेटवर्क हर जख्म की दवा है,हर सुख की दुआ है ।माँ की ममता तले,भाग्य की जुबां है। हर अल्फाज हर जज्बात, हर खुशी हर शामत । माँ की ममता तले, खुल जाती है स्वत:।अद्भुत प्रेमपाश है,हरति हर इल्जाम है ।माँ के ममता तले,अमोल परमधाम है । ✍️ ज्योति नव्या श्री रामगढ़ ,झारखंड