दो दिवसीय दौरे पर आए पूर्व गृह सचिव बोले यहां पर्यटन उद्योग की असीम संभावना
चित्रकूट। धर्मनगरी में पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाएं हैं । यहां मिनी फ़िल्म सिटी बनाई जा सकती है और अकेले पर्यटन के ज़रिए हजारों युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा सकता है । यह बात जिले में दो दिवसीय निजी दौरे पर आए पूर्व गृह सचिव और लगभग 5 वर्ष तक यहां के जिलाधिकारी रहे जगन्नाथ सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही ।
पूर्व गृह सचिव और सेवानिवृत्त आईएएस जगन्नाथ सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के तौर पर धर्मनगरी के पर्यटन विकास पर उन्होंने विशेष फोकस रखा। खुद 84 कोस में फैले तीर्थस्थल के सैकड़ों स्थलों का निरीक्षण किया ।
अब जरूरत केवल इस बात की है कि सैलानियों को सुदूर क्षेत्रों मानिकपुर, मऊ, बरगढ़, रसिन, भरतकूप जैसे क्षेत्रों में स्थित प्रपात, झरने, ऐतिहासिक स्थलों और सौंदर्य से कैसे आत्मसात कराया जाय। इसके लिए स्थानीय स्तर पर वृहद रोडमैप, संसाधन और सुविधाएं प्रत्येक स्थल में विकसित करनी होगी । हमें चिंता करनी होगी कि यहां के पहाड़ कैसे बचें, मंदाकिनी समेंत जिले की अन्य सहायक नदियां कैसे बचाई जाएं ।
उन्होंने कहा कि मंदाकिनी नदी को लेकर बुन्देली सेना की मांग एकदम सटीक है। नदी में ग्रासकार्प मछलियां डलवाई जानी चाहिए। सरकार कई जिलों में नमामि गंगे के तहत नदियों में मछलियां डलवाने की योजना में भी है । ग्रासकार्प मछलियां नदी की काई, घास, चोई और गंदगी को खा जाएगी । फिर हरसाल नदी सफाई की भी जरूरत नहीं पड़ेगी ।
इसके अलावा बंद हो चुके जलस्रोत भी क्रियाशील होंगे l बताया कि तीर्थक्षेत्र में अगले साल रामनवमी पर 101 जगहों पर लोग झांकी सजाकर प्रभु का जन्मोत्सव मनाएं इसकी वह लगातार एक वर्ष तक कोशिश करेंगे।
दो दिवसीय निजी दौरे के बाद शनिवार को पूर्व गृह सचिव नांदी के हनुमानजी का दर्शन करने के उपरांत लखनऊ के लिए प्रस्थान कर गये । बुन्देली सेना ने पूर्व गृह सचिव का स्वागत कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। लोनिवि निरीक्षण गृह में उनके साथ बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मार्कण्डेय द्विवेदी, मंडल अध्यक्ष श्याम नारायण शुक्ला समेंत तमाम अन्य लोग मौजूद रहे ।