कुट्टू का आटा खाने से कई लोगों की हालत बिगड़ी, चिकित्साल में भर्ती

सहारनपुर। उपवास के दौरान इस्तेमाल किये जाने वाले कुट्टू के आटे से यहां कई लोगों की हालत बिगड़ गयी जिन्हें आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। कुट्टू के आटे से न केवल सहारनपुर में हाहाकार मचा बल्कि यहां से 25 किमी. दूर हरियाणा के यमुनानगर में भी यही दृश्य देखने को मिले जिनमें से कई लोगों की बिगड़ती हालत देख उन्हें पीजीआई चण्डीगढ़ के लिए रैफर किया गया। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। 

दरअसल होली, दीपावली में जिस तरह यहां सिंथेटिक मावे की खेप पहुंचती रही है, उसी तरह जिस किसी अन्य त्यौहार में जिस चीज की सबसे अधिक मांग होती है, उसमें मिलावट कर दी जाती है, जिसके प्रति स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरतता आया है। नवरात्रि में उपवास रखने वाले भक्तगण कुट्टू के आटे का इस्तेमाल अधिक करते हैं, जिसके तहत मिलावटखोर चन्द रूपयों की खातिर उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने में गुरेज नहीं करते। ऐसा ही मामला यहां देखने को मिला। 

बीती देर शाम व्रत खोलने के इरादे से शहर के विभिन्न स्थानों पर माता के भक्तों ने कुट्टू के आटे का इस्तेमाल किया जिनमें से कुछ लोगों की हालत तत्काल बिगड़ गयी जबकि कुछ लोग इससे सुबह के समय प्रभावित हुए जिनका पता भी उसी समय चला जब चक्कर आने के बाद अनेक लोग बेहोश हो गये जिन्हें आनन फानन में उपचारार्थ जिला अस्पताल तथा निजी अस्पतालों में ले जाया गया। 

जो लोग इससे प्रभावित हुए उनमें सदर बाजार थाना क्षेत्र के हकीकत नगर निवासी 45 वर्षीय अनिल हाण्डा पुत्र स्व. बाबूराम हाण्डा, उनकी पत्नी 40 वर्षीया ताशू हाण्डा तथा भाभी नीतू हाण्डा पत्नी सुनील हाण्डा, थाना मण्डी क्षेत्र के मीरकोट निवासी 50 वर्षीय विपुल बत्रा व उनकी पत्नी रमनीश  बत्रा (45), इसके अलावा जनकपुरी थाना क्षेत्र की 18 वर्षीया सुनाली पुत्री हुकम चन्द तथा इसी थाना क्षेत्र के बेरीबाग निवासी 42 वर्षीय राजीव पुत्र ईश्वर चन्द, इनकी 9 वर्षीया पुत्री आरूषि व 6 वर्षीय पुत्र रिहाब समेत कई अन्य लोग शामिल रहे, जिन्होंने शहर के विभिन्न स्थानों से कुट्टू का आटा खरीदा था। 

सहारनपुर से 30 किमी दूर हरियाणा के यमुनानगर में करीब 75 लोगों की कुट्टू आटे के सेवन से हालत बिगड़ गयी जिनमें से अधिकतर को उचित इलाज के लिए चण्डीगढ़ पीजीआई रैफर किया गया। माना जा रहा है कि कुट्टू के इस जहरीले आटे की सप्लाई कई स्थानों पर की गयी जिससे लोगों की हालत बिगड़ गयी। इसके मास्टर माइंड का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद अब कई लोगों ने कुट्टू के आटे से तौबा कर ली है।