सेंट जोसेफ में विद्या आरंभ संस्कार के साथ नये सत्र की शुरुआत
लखनऊ। उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ बच्चों में उच्चकोटि के संस्कारों को देने के लिये राजधानी में प्रसिद्ध सेंट जोसेफ समूह की सभी शाखाओं में शिक्षा का शुभारंभ विद्या आरंभ संस्कार के साथ हुआ। भारतीय नव संवत्सर् और चैत्र नवरा़ित्र के प्रथम दिन विद्या आरंभ संस्कार का शुभारंभ किया गया। विद्या आरंभ संस्कार का शुभारम्भ सेंट जोसेफ समूह की संस्थपक अध्यक्ष पुष्पलता अग्रवाल के साथ प्रबन्ध निदेशक अनिल अग्रवाल ने परंपरागत रूप से दीप प्रज्जवलन व विद्या वारिधि की मूर्ति पर पुष्प व मार्ल्यापण करके किया। खास बात यह रही कि दीप प्रज्जवलन कक्षा नर्सरी में नये सत्र में प्रथम प्रवेश लेने वाले छात्र के साथ उसके माता-पिता ने भी किया। इस अवसर पर वैदिक मत्रोंच्चार के साथ हवन भी किया गया। जिसमें सभी धर्म, वर्ग व जाति के बच्चों ने अपने अभिभावकों के साथ आहुतियां डाली और सर्वमंगल की कामना की। विद्या आरंभ संस्कार में सभी नन्हे बच्चों का स्वागत रोली-तिलक व अक्षत लगाकर उनकी शिक्षिकाओं ने किया। साथ ही उनके नाम का पहला अक्षर उनका हाथ पकड़कर कागज पर रोली से लिखवाया गया और उनके नन्हे हाथों की छाप को उसी कागज पर लेकर अभिभावकों को यादगार के रूप में सौंप दिया। जिसकी उपस्थित सभी अभिभावकों ने काफी सराहना की साथ ही विद्यालय द्वारा विद्या आरंभ संस्कार के आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर अपने संबोधन में संस्थापक अध्यक्ष ने कहा कि सेंट जोसेफ समूह पिछले पैतीस वर्षाें से अपनी सभी शाखाओं में शिक्षा के साथ-साथ उच्च कोटि के संस्कार भी प्रदान करता आ रहा है। जिससें राष्ट्र व समाज को संस्कारों से परिपूर्ण एक सुयोग्य नागरिक प्राप्त हो। अभिभावकों के साथ विद्यालय का भी कर्तव्य है आरंभ ही से बच्चों को अच्छे संस्कार दिये जाय। प्रबन्ध निदेशक अनिल अग्रवाल ने बताया कि हवन व वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ विद्या आरंभ संस्कार विद्यालय की परंपरा है। जो बच्चों में शिक्षा के साथ अच्छे संस्कारों के बीजारोपण का शुभारंभ है।