यदि योग को विद्यार्थियों के जीवन में या दिनचर्या में आ जाय,तो वह विद्यार्थी अपने पुरुषार्थ से जीवन के प्रत्येक उचाईयों को प्राप्त कर सकता है। चूंकि योग हमें संस्कारवान,चरित्रवान,कर्मठ,अनुशासित,मेधावी बनाता है। जरूरत हमें इसे नियमित रूप से अभ्यास करने की।योगाचार्य ने कहा कि नियमित रूप से योग करने से मन और दिमाग में अच्छे विचार आते हैं। योग करने वाला व्यक्ति सदा स्वस्थ रहता है।
वर्तमान समय की जीवन शैली के कारण लोगों को बीमारियों ने घेर लिया है। इसलिए बीमारियों से बचने का एक मात्र उपाय योगासन है।क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ शिवाजी ने बताया कि छात्र-छात्राओ के लिए योग का बहुत महत्व है।इसी क्रम में विश्व स्वास्थ्य दिवस के शुभावसर पर पटेल नगर में चल रही नियमित योग कक्षा में प्रातःबेला में योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी ने समस्त योग साधको को योग को अपने नियमित दिनचर्या में शामिल करने के साथ-साथ उचित आहार-विहार के साथ जीने का संकल्प दिलाया।