इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा है कि पाम ऑइल निर्यात पॉलिसी पर रोक का मुख्य मकसद घर पर खाद्य प्रोडक्ट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। मैं इस पॉलिसी के कार्यान्वयन की निगरानी और मूल्यांकन करूंगा ताकि घरेलू बाजार में खाना पकाने के तेल की उपलब्धता प्रचुर और सस्ती हो जाए।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के व्यापार निकाय के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने कहा है कि यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से अप्रत्याशित है। इंडोनेशिया के इस घोषणा से टॉप खरीदार भारत और वैश्विक स्तर पर उपभोक्ताओं को नुकसान होगा।
इससे पहले जनवरी 2022 में भी इंडोनेशिया ने पाम ऑयल के निर्यात पर बैन लगाया था, हालांकि बैन को मार्च में हटा लिया गया था। इसी बैन को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय कंपनियों से आयात पर अंकुश लगाने और देश में उत्पादित तिलहन खरीदना शुरू करने का आग्रह किया था।