अर्शदीप के 13वें ओवर के दौरान सूर्यकुमार यादव ने लेग साइड में शॉट लगाया, मगर गेंद सीधा मयंक अग्रवाल के हाथों में पहुंच गई। सूर्यकुमार यादव यहां रन नहीं लेना चाहते थे, मगर नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद तिलक वर्मा बिना किसी कॉल के दौड़ने लगे। इस दौरान दोनों खिलाड़ियों के ताल मेल में गड़बड़ी हुई और तिलक वर्मा रन आउट होकर पवेलियन लौटे। रन आउट होने से पहले ये युवा खिलाड़ी लाजवाब बल्लेबाजी कर रहा था। 20 गेंदों पर 3 चौके और 2 छक्के लगाकर उन्होंने 36 रन बनाए।
दूसरा रन आउट कीरोन पोलार्ड का था। यह घटना 17वें ओवर की पहली गेंद पर हुई। पोलार्ड ने वैभव अरोड़ा की गेंद पर लॉन्ग ऑन की दिशा में शॉट खेला और वह एक रन लेने लगे। अचानक उन्होंने देखा कि वहां मौजूद ओडियन स्मिथ से मिसफील्ड हुई जिसका वह फायदा उठाना चाहते थे। एक अधिक रन की लालच में वह रन आउट हो गए।
जब कोई एक खिलाड़ी दूसरे छोर पर मौजूद दो अन्य खिलाड़ियों को रन आउट होता देखता है तो वह काफी निराश हो जाता है और अधिकतर समय इसका दोषी खुद को मानता है। इससे उसके आत्मविश्वास में भी कमी आने लगती है। ऐसी ही स्थिति में सूर्यकुमार यादव थे। मगर इस दौरान कीरोन पोलार्ड ने उनका हौसला बढ़ा और मैच जिताने के लिए प्रेरित किया।
पोलार्ड के रन आउट होने के बाद सूर्यकुमार मैदान पर ही मुंह लटकाकर बैठ गए थे। तब पवेलियन लौटने से पहले इस कैरेबियन खिलाड़ी ने उनकी हौसला अफजाई की। जब पोलार्ड आउट हुए तो सूर्यकुमार 19 गेंदों पर 22 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। इसके बाद सूर्यकुमार ने कुछ लाजवाब शॉट खेले मगर वह टीम को जीत नहीं दिला पाए। सूर्यकुमार 30 गेंदों पर 43 रन बनाकर आउट हुए।