बिना प्रशासनिक अधिकारी की मौजूदगी में तत्कालीन कोतवाल ने आखिरकार कैसे बंद करवा दिया है ताला
दलाल पत्रकार और तत्कालीन कोतवाल को हाईकोर्ट में कराऊंगी तलब - श्यामा देवी
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बुलडोजर बाबा ने प्रदेश सरकार में लगातार दूसरी बार शपथ लेने के बाद चेतावनी देते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि यदि पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने बड़े बयान में यह कहते हुए कहा था कि पीड़ित को न्याय दिलाना मेरा नैतिक धर्म है। मालूम रहे कि जनपद के शहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ज्वालागंज घोसियाना मोहल्ला निवासी स्वर्गीय प्रभु दयाल की पत्नी श्यामा देवी ने उप जिला अधिकारी को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए बताया कि एक दलाल पत्रकार के माध्यम से तत्कालीन शहर कोतवाल अनूप सिंह ने उनके खिलाफ पार्टी से बतौर रिश्वत की मोटी रकम लेकर गैरकानूनी ढंग से मकान में ताला बंद करवा दिया था और तत्कालीन शहर कोतवाल ने ताला बंद करने के बाद यह कहते हुए कहा था कि दोनों पक्ष थाने में आकर अपने अपने काबिज दखल के कागज लेकर आएंगे। उपरोक्त पीड़ित महिला ने तत्कालीन शहर कोतवाल के निर्देशों का पालन करते हुए मकान में काबिज होने के सारे दस्तावेज लेकर तत्कालीन शहर कोतवाल के सामने जाकर के फरियाद लगाते हुए कहा कि आपके निर्देश का पालन करते हुए मैं सारे दस्तावेज लेकर तत्कालीन कोतवाल के सामने पेश हुई तो भ्रष्टाचार में लिप्त तत्कालीन शहर कोतवाल आग बबूला हो उठे और मुझको अपशब्दों का प्रयोग करते हुए थाने से बाहर भाग जाने की चेतावनी दे दी थी। मरता क्या न करता खाकी का खौफ इतना खतरनाक होता है कि जिंदा तो छोड़ दो मुर्दा भी उनके फरमान के खिलाफ साहस करने का प्रयास नहीं कर सकता है। बेवा पीड़ित महिला ने बताया कि इस संबंध में तत्कालीन उप जिला अधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर न्याय की फरियाद लगाई है किंतु उसके बावजूद इतने दिन का समय बीत जाने के बाद भी उसको न्याय मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। पीड़ित महिला ने आरोप लगाते हुए बताया है कि यदि उसको तत्काल न्याय नहीं मिला तो वह तत्कालीन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह के अलावा दलाल पत्रकार को न्यायालय के कटघरे में खड़े करवाने का तथा न्यायालय से न्याय की मांग करने की उम्मीद जताएगी। पीड़ित बेवा महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक दलाल पत्रकार के माध्यम से तत्कालीन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह ने बिना किसी प्रशासनिक अधिकारी के मौजूदगी पर मकान में ताला कैसे लगवा दिया इसका जवाब उपरोक्त तत्कालीन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह को माननीय उच्च न्यायालय हाईकोर्ट में जवाब देना पड़ेगा।