सांस फूलने के संभावित कारण
सांस तब फूलती है जब आमतौर पर आपको पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे लगता है कि आपको सांस लेने के लिये अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। यदि, यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह आपके अंगों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कटौती कर सकता है, जिसका आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। सांस लेने में कठिनाई का सबसे प्रमुख कारण अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी श्वसन संबंधित बीमारियां हो सकती हैं, जो वायु मार्ग को प्रभावित करती हैं। सांस फूलने का एक अन्य कारण एलर्जी है। एलर्जी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अत्यधिक प्रदूषण का होना, धूल और पराग के संपर्क में आना, जिसके परिणामस्वरूप आपको सांस लेने में तकलीफ और खांसी का अनुभव हो सकता है। ये एलर्जी आपके फेफड़ों में वायुमार्ग को बंद कर देती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। सांस फूलना उन लोगों में आमतौर पर देखा जाता है जो हृदय रोग से पीड़ित हैं या जिसने हार्ट फेल होने का अनुभव किया है। यह परेशानी उन लोगों में ज्यादा पाये जाने की आशंका है, जिन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या आट्रियल फिब्रिलेशन है।
कभी-कभी एंजाइटी के कारण भी आपको सांस फूलने का अहसास होता है। जिस वजह से आप बहुत जल्दी-जल्दी सांस लेने लगते हैं। जब आप बहुत तेजी से सांस लेते हैं, तब आप अधिक मात्रा में ऑक्सीजन लेते हैं और काफी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। नतीजतन, आपके शरीर को ऐसा लगता है कि उसे पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा।
इस समस्या को गंभीरता से लें
आपसे बेहतर आपके शरीर को कौन समझ सकता हैं। यदि आपको अचानक से सांस लेने में तकलीफ होती है और आपने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया है, या आप जिन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, उससे रोजमर्रा के जीवन में दिक्कतें आ रही हैं तो यह चिंता का विषय है। इसके अलावा, यदि आप सीने में दर्द या बेचौनी महसूस करते हैं, व्यायाम करते समय चक्कर आता हैं, या सांस लेने की तकलीफ की वजह से रात में जागते रहते हैं, तो यह इस बात का इशारा है कि कहीं कुछ ठीक नहीं है। आपको चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए। समय रहते संभल जाना अच्छा है, इसलिये जितनी जल्दी आपको बीमारी का पता चलेगा, आपके अत्याधिक नुकसान और उसके परिणाम से बचने की आशंका उतनी ही कम होगी। जीने के लिये सांस लेना सबसे अहम है और कोविड -19 ने इसे साबित भी किया है। हर कोई अपने जीवन में किसी न किसी मोड़ पर सांस लेने के लिये संघर्ष करता है, लेकिन इसे हल्के में न लें। आपकी बीमारी का कारण जो भी हो, याद रखें कि डॉक्टर से परामर्श एक उचित निदान और उपचार प्राप्त करने की दिशा में पहला कदम है।