बांदा। चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति की मुश्किलें बढ़ रही हैं। बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी के पूर्व विधायक को नोटिस देकर बिना नक्शा पास कराए भवन निर्माण में कार्यवाही की चेतावनी दी है। इस नोटिस में बीडीए ने पूर्व विधायक को उनके चार मंजिला मकान और कार्यालय के अवैध निर्माण का विवरण दिया है। पूर्व विधायक ने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर नोटिस शेयर की है। साथ ही 7 अप्रैल को पेश होने के निर्देश दिखाए हैं। कहा कि अगर वह अपने निर्माण के संबंध में सही जानकारी नहीं दे सके तो बिलिं्डग को ढहा दिया जाएगा। डीडीए के इस नोटिस को पूर्व विधायक ने खुद अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। साथ ही सरकार पर तंज कसा है। बीडीए सचिव ने नोटिस जारी करते हुए पूर्व विधायक से कहा है कि बिना नक्शा स्वीकृत कराए उनके द्वारा शहर के बिजलीखेड़ा मोहल्ले में भवन निर्माण कराया गया है। यह भवन निर्माण कई मंजिला है।सचिव ने कहा कि पूर्व विधायक द्वारा बिना नक्शा पास कराए असंवैधानिक रूप से भवन तैयार करा दिया गया है। इस भवन को गिराने का आदेश क्यों न दिया जाए। बताते चले कि पूर्व विधायक ने शहर के बिजली खेड़ा में ऑफिस बनाया है। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले उन्होंने भाजपा छोड़कर सपा ज्वाइन की थी। 9 मार्च को मतगणना से पहले सपाइयों ने ईवीएम सुरक्षा के नाम पर हंगामा किया था। इस दौरान पूर्व विधायक प्रजापति ने डीएम की गाड़ी रोकी थी। डीएम से उनकी बहस भी हुई थी।
पूर्व विधायक के नक्शा विहीन भवन को गिराने का नोटिस
-24 अगस्त को मांगी गई जनसूचना में बीडीए ने किया था किनारा