विभिन्नता में एकता को चरितार्थ करती है आम्बेडकरी संस्कृति

डॉ. रामविलास भारती

घोसी-मऊ। भारतरत्न बाबा साहेब डॉ भीम राव आम्बेडकर के जन्मदिन एवं भारतीय नववर्ष बुद्धाब्द 2567 आम्बेडकर सन 131 के अवसर पर ग्राम सभा मुस्किया के प्रीतेश कुमार रंजन की अध्यक्षता में उनके साथियों द्वारा व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा मैत्री मार्च सर्वोदय इण्टर कालेज घोसी से ब्लाक, तहसील, मधुबन मोड़ होते हुए चीनी मिल तक कुल लगभग 5 किलोमीटर लंबी पैदल मैत्री मार्च किया गया। जिसमें मुस्किया, कादीपुर, सोमरीडीह, मखदुमपुर, पकड़ी छोटी, पकड़ी खुर्द, कस्बा, नवापुरा, नोनारा, सरहरा जमीन सरहरा, धरौली, बड़ागांव के लगभग कई हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मैत्री मार्च को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ समाजिक कार्य कर्ता एवं भारतीय कैलेण्डर बुद्धाब्द आम्बेडकर सन के निर्माता व संस्थापक डॉ. रामविलास भारती ने कहा कि विभिन्नता में एकता जो भारत की सांस्कृतिक पहचान है, को स्थापित करता है आम्बेडकरवादी संस्कृति। 

आम्बेडकरी संस्कृति जो वास्तव में समता, स्वतंत्रता, न्याय, बन्धुत्व व वैज्ञानिकता पर आधारित है राष्ट्रीय एकता को स्थापित करता है। हमें अंधविश्वास एवं रूढ़िवादिता से परे मानवीय संस्कृति को दिनचर्या का आधार बनाना होगा। और यह मैत्री मार्च इनकी सांस्कृतिक एकता को चरितार्थ करता है। प्रीतेश रंजन कहा कि हमें जो कुछ भी मिला है वह बाबा साहेब की वजह से है। इसलिए इनका संरक्षण व सम्मान भी हमारी जिम्मेदारी है। छट्ठू प्रसाद ने कहा कि हमें समतामूलक समाज बनाने में प्रयास करना होगा।

इस अवसर पर अध्यक्ष प्रीतेश कुमार रंजन,छठठू प्रसाद सेवानिवृत्त कानूनगो, विक्रमप्रसाद (प्रधान), आदित्य कुमार,जियाउददीन खान, मनोज, रानू, सूरज, देवेन्द्र कुमार, अजय, परसुराम भारती, संतोष, डा. हरिश्चन्द्र, दीपचन्द, सन्नी राव, डब्लू प्रधान, दयाराम भास्कर, रानू कुमार गौतम, सिकन्दर, अवनीश भारती, राजेश, बृजेश,अशोक, आलोक, रामप्रवेश आदि उपस्थित रहे।