मार्निग वाक पर निकले डीएम ने कई को दिए प्रशस्ति पत्र

  आजमगढ़ : वर्ष 2022 के स्वच्छता सर्वेक्षण में जिले को नंबर वन पर पहुंचाने की कोशिश नित नए कदम बढ़ाती जा रही है। रविवार अवकाश के दिन जिलाधिकारी मार्निंग वाक पर निकले तो शहर में कई रंग नजर आए। दिनचर्या में लगे कुछ लोग सर्वेक्षण को संजीवनी देते नजर आए, तो बहुतेरे पलीता लगाते। जिलाधिकारी सख्ती करने की बजाए दोनों ही तरह के लोगों को प्रशस्ति पत्र दे डाला। मसलन, स्वच्छता सर्वेक्षण को संजीवनी देने वालों को सफाई सम्राट तो गंदगी, फैलाने वालों को कूड़ा प्रेमी का तमगा दिया गया।जनपद स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिग में अभी तक पिसड्डी साबित होता चला आ रहा है। जिलाधिकारी इस दाग को अबकी धो डालने के लिए जी-जान से जुटे हैं। रविवार को अवकाश के दिन टहलने निकले तो शहर का रुख कर लिए। मंडलीय अस्पताल में प्रवेश किए तो सफाई व्यवस्था उन्हें रास आ गई। मरीजों ने भी सफाई की तरफदारी की तो एसआइसी को स्वच्छता सम्राट का प्रशस्तिपत्र दिए। वहां से निकले तो मुन्ना जायसवाल, निशित मिश्रा और माया देवी स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान को संजीवनी देती नजर आईं। माया देवी किराने की छोटी सी दुकान चलाती हैं, लेकिन उनके प्रतिष्ठान के बाहर गीला और सूखा कूड़ा इकट्ठा करने के लिए अलग-अलग डस्टविन रखा नजर आया। डीएम से उन्होंने कहा कि मैं तो पहले से ही सफाई को तवज्जो देती चली आ रही हूं। रास्ते में राजीव गुप्ता, कन्हैया, रूपाली साड़ी सेंटर, रेड चीफ शो-रूम, साहू आयुर्वेदिक इत्यादि प्रतिष्ठान मिले, जिनके बाहर गंदगी पड़ी थी। इन्हें कूड़ा प्रेमी का तमगा दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि शहर स्वच्छता रैंकिग में अव्वल बने, इसकी चिता सबको करनी होगी। बदलाव शहर में दिखने भी लगा है, वह दिन दूर नहीं जब शहर ही नहीं समूचा जनपद स्वच्छता सम्राट बनने को बेताब होगा। डीएम के साथ सीएमओ डा. आइन एन तिवारी, एसडीएम न्यायिक रवि कुमार रहे।